बीजिंग/वुहान : चीन में कोरोना वायरस प्रभावित वुहान में बड़ी संख्या में रहने वाले भारतीयों को लेकर शनिवार की सुबह एयर इंडिया का विशेष विमान स्वदेश वापसी की उड़ान भरेगा. यह विशेष विमान वुहान के तियानहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार की शाम पहुंचा. भारत ने चीन के हुबेई प्रांत में रहने वाले 400 भारतीय छात्रों को एयरलिफ्ट कराने के लिए वुहान से दो विमानों के परिचालन की घोषणा की है.
हुबेई प्रांत कोरोना वायरस का केंद्र है, जिसे आधिकारिक तौर पर 2019-एनसीओवी के नाम से जाना जाता है. वुहान हुबेई की प्रांतीय राजधानी है. 700 से अधिक भारतीय यहां रहते हैं. इनमें से अधिकतर मेडिकल छात्र एवं रिसर्च स्कालर हैं, जो यहां के स्थानीय विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत हैं.
चीनी नव वर्ष अथवा बसंत त्योहार की छुट्टियों के आलोक में अधिकतर अपने घर जा चुके हैं. दो विमानों में कितने छात्रों को एयरलिफ्ट कराया जायेगा. इसके आधिकारिक आंकड़े की जानकारी नहीं मिल पायी है. शुक्रवार को वुहान हवाई अड्डे पर पहुंचने वाले भारतीयों ने बताया कि उन्हें कहा गया है कि एयर इंडिया के विमान से करीब 374 लोगों के एयरलिफ्ट कराने की संभावना है. भारतीय विमान से पहले श्रीलंका और बांग्लादेश के विमानों के अपने नागरिकों को लेकर उड़ान भरना निर्धारित है.
स्थानीय हवाई अड्डे को सभी वायु परिवहन के लिए बंद कर दिया गया था, लेकिन पिछले दो दिनों में विभिन्न देशों के विमानों के लिए इसे दोबारा खोला गया है, ताकि संबंधित देश अपने अपने नागरिकों को यहां से एयरलिफ्ट करा सकें. भारत के अपना दूसरा विमान शनिवार को भेजने की योजना है. शुक्रवार को उन लोगों को एयरलिफ्ट कराया गया, जो वुहान में फंसे हुए हैं और शनिवार को रवाना होने वाले विमान द्वारा हुबेई प्रांत के भारतीयों को एयरलिफ्ट कराने की संभावना है. भारतीय अधिकारियों ने अपने चीनी समक्षकों के साथ मिल कर भारतीय नगारिकों को एयरलिफ्ट कराने का पर्याप्त इंतजाम किया है.