लाहौर : मुंबई हमले के मुख्य षड्यंत्रकर्ता हाफिज सईद की बहुप्रतीक्षित सुनवाई शुक्रवार को एक गवाह द्वारा आतंकवाद निरोधक अदालत में उसके विरुद्ध गवाही दिये जाने के साथ शुरू हुई. इसी अदालत ने उसे आतंकवाद के वित्तपोषण के एक अन्य मामले में अभ्यारोपित किया था. पाकिस्तान पर उसे इंसाफ के कठघरे में लाने का गहरा अंतरराष्ट्रीय दबाव है.
लाहौर की आतंकवाद निरोधक अदालत ने 11 दिसंबर को सईद और उसके तीन शीर्ष सहयोगियों हाफिज अब्दुल सलाम बिन मुहम्मद, मुहम्मद अशरफ और जफर इकबाल को आतंकवाद के वित्तपोषण को लेकर अभ्यारोपित किया था. अदालत के एक अधिकारी ने सुनवाई के बाद कहा, पंजाब पुलिस के आतंकवाद निरोधक विभाग ने लाहौर की आतंकवाद निरोधक अदालत में एक गवाह पेश किया जिसने आतंकवाद के वित्त पोषण में सईद और उसके तीन साथियों के खिलाफ गवाही दी.
सईद और उसके साथियों को कड़ी सुरक्षा के बीच आतंकवाद निरोधक अदालत लाया गया. पत्रकारों को सुनवाई का कवरेज करने के लिए अदालत के अंदर नहीं जाने दिया गया. अदालत के अधिकारी ने यह भी बताया कि सईद को आतंकवाद के वित्तपोषण के एक अन्य मामले में अभ्यारोपित किया गया है. आतंकवाद निरोधक अदालत के न्यायाधीश अशरफ हुसैन भुट्टा ने सईद के खिलाफ आरोप तय किया था और अभियोजन पक्ष को गवाहों को पेश करने का आदेश दिया था. अदालत ने शनिवार तक सुनवाई स्थगित कर दी. अभ्यारोपण के बाद मामले की रोजाना सुनवाई वकीलों की देशव्यापी हड़ताल के चलते रोक दी गयी.