ह्यूस्टन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ह्यूस्टन में 50,000 अमेरिकी भारतीय लोगों को संयुक्त रूप से संबोधित करना भारतीय-अमेरिकी संबंधों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. भारत केंद्रित रणनीतिक एवं पैरोकार समूह के प्रमुख ने रविवार को यह बात कही. यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के अध्यक्ष मुकेश आघी ने कहा, ‘‘ राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ह्यूस्टन में 50,000 भारतीय अमेरिकी लोगों को संबोधित करना हमारे द्विपक्षीय संबंध के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.’
उन्होंने कहा, ‘‘ इस सम्मेलन ने न केवल हमारे नेताओं के बीच घनिष्टता दिखाई बल्कि उनकी अमेरिका-भारत साझेदारी के लिए प्रतिबद्धता भी जाहिर की है. यही वजह है कि दोनों देश एक-दूसरे के स्वाभाविक सहयोगी बने रहेंगे.’ आघी ने कहा कि ‘ हाउडी, मोदी!’ रैली दोहराती है कि दोनों देशों के साझा मूल्य हैं और स्वतंत्रता, आजादी तथा उदारता के लिए उनका प्रेम दोनों देशों को एक-दूसरे से जोड़ता है.
निवेशक, परोपकारी तथा ‘इंडियास्पोरा’ समूह के संस्थापक एम आर रंगास्वामी ने द न्यूयॉर्क टाइम्स से कहा कि ‘‘हाउडी मोदी जैसे कार्यक्रम अमेरिका में भारतीय अमेरिकी समुदाय को ज्यादा प्रासंगिक बने रहने में मदद करते हैं.’ ‘इंडियास्पोरा’ समूह भारतीय अमेरिकियों को संगठित करने का प्रयास करता है.
न्यूयॉर्क के भारतीय अमेरिकी अटॉर्नी रवि बत्रा ने कहा कि मोदी ने जब कार्यक्रम में ट्रंप का परिचय कराया तब कई परंपराएं टूटीं. उन्होंने कहा ‘‘दोनों भाइयों या अच्छे मित्रों के बीच ऐसी गर्मजोशी ने कुछ अच्छे के लिए जाने पहचाने तथा स्पष्ट तौर पर संयुक्त गंतव्य के लिए प्रोटोकॉल को दरकिनार कर दिया .’