क्रिकेटर से राजनेता और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने इमरान खान ने कबूल किया है कि उनके मुल्क ने ही आतंकवादियों को प्रशिक्षित किया था, लेकिन वे आतंकवादी नहीं जेहादी थे. कहा है कि जिन संगठनों को अमेरिकी की सहायता से पाक में तैयार किया गया था आज उन्हें आतंंकी बताया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि जिहाद करने वाले लोग आज आतंकियों की श्रेणी में आ गए हैं. रशिया टुडे को दिए इंटरव्यू में इमरान खान ने कबूल किया कि शीत युद्ध के दौरान अफगानिस्तान में सोवियत संघ से लड़ने के लिए पाकिस्तान ने ही जिहादियों को तैयार किया था जिसकी फंडिंग अमेरिका ने की थी. लेकिन एक दशक बाद अमेरिका ने इन्हीं जिहादियों को आतंकवादी घोषित कर दिया.
Pak PM:The same groups who are all in Pakistan are supposed to say that now because Americans are there it is no longer jihad its terrorism. It was a big contradiction&I strongly felt that Pakistan should have been neutral because by joining in,these groups turned against us(2/3) https://t.co/gVjDtcxB1T
— ANI (@ANI) September 13, 2019
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा, "हमने भी अपने 70,000 लोग खोए हैं, हमने अपनी अर्थव्यवस्था से 100 अरब डॉलर से ज़्यादा गंवा दिए… अंत में, हमें ही अफगानिस्तान में अमेरिका के कामयाब नहीं होने के लिए दोषी करार दिया गया… मुझे लगता है कि यह पाकिस्तान के साथ बहुत नाइंसाफी है.
उन्होंने कहा, इसके एक दशक के बाद जब अमेरिकन अफगानिस्तान में आए, तो वे सभी गुट, जो पाकिस्तान में हैं, वे कह रहे हैं कि चूंकि अमेरिकन वहां (अफगानिस्तान में) आ गए हैं, तो अब यह जेहाद नहीं, आतंकवाद बताया जा रहा है… यह बड़ा विरोधाभासी है, और मुझे लगता है कि पाकिस्तान को तटस्थ रहना चाहिए था, क्योंकि इनमें शामिल होने की वजह से यही मुजाहिदीन गुट हमारे खिलाफ हो गए हैं.
हमें 100 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ. इमरान ने कहा कि अंत में अमेरिकियों ने पाकिस्तान को नाकामी का सेहरा पहना दिया. यह पाकिस्तान के साथ बहुत बुरा हुआ. बता दें कि कभी अमेरिका के साथ दोस्ती निभाने वाले पाकिस्तान का आज मोहभंग हो गया है.
दरअसल जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पाकिस्तान कई देशों के दरवाजा खटखटा चुका है लेकिन हर जगह मुंह की खानी पड़ी. इमरान खान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से भी इस बारे में बात की थी. लेकिन इसके बाद फ्रांस में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने भी कहा कि यह भारत का आंतरिक मामला हैं और पीएम मोदी जो भी करेंगे बहुत अच्छा होगा.