<figure> <img alt="चीन" src="https://c.files.bbci.co.uk/108FF/production/_108293876_gettyimages-842692988.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Getty Images</footer> </figure><p>जम्मू-कश्मीर की स्वायत्तता ख़त्म करने के भारत सरकार के फ़ैसले के ख़िलाफ़ वैश्विक समर्थन हासिल करने की कवायद में शुक्रवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने चीन का दौरा किया था. </p><p>कश्मीर पर भारत के इस क़दम का चीन ने भी विरोध किया है. चीन का विशेष तौर पर विरोध लद्दाख क्षेत्र को जम्मू-कश्मीर से हटाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने का है.</p><p>चीन के दौरे के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री क़ुरैशी ने दावा किया कि चीन ने इस मामले पर पाकिस्तान का पूरा समर्थन किया कि मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उठाया जाना चाहिए.</p><p>इसके बाद रविवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पहले से तय तीन दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंचे. सोमवार को चीन ने ज़ोर देकर कहा कि भारत को क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए रचनात्मक भूमिका निभाने की ज़रूरत है.</p><p>कश्मीर को लेकर चीन का समर्थन पाना पाकिस्तान और भारत दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. लेकिन अपने भौगोलिक कारणों से चीन अब तक इस मुद्दे पर पाकिस्तान का ही समर्थन करता रहा है.</p><p>कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान दोनों ही अपना दावा करते हैं. सच्चाई यह है कि दोनों देश इसके कुछ हिस्सों पर ही नियंत्रण रखते हैं.</p><p>चीन के साथ सीमाई विवाद में भारत और भूटान दो ऐसे मुल्क हैं जो उलझे हुए हैं. भूटान में डोकलाम क्षेत्र को लेकर विवाद है तो वहीं भारत में लद्दाख से सटे अक्साई चिन क्षेत्र को लेकर विवाद जारी है.</p> <ul> <li><a href="https://www.bbc.com/hindi/india-49309373?xtor=AL-73-%5Bpartner%5D-%5Bprabhatkhabar.com%5D-%5Blink%5D-%5Bhindi%5D-%5Bbizdev%5D-%5Bisapi%5D">अपनों का हाल जानने के लिए क्या कर रहे हैं कश्मीरी </a></li> <li><a href="https://www.bbc.com/hindi/international-49304688?xtor=AL-73-%5Bpartner%5D-%5Bprabhatkhabar.com%5D-%5Blink%5D-%5Bhindi%5D-%5Bbizdev%5D-%5Bisapi%5D">कश्मीर पर दुनिया इसलिए नहीं सुनती पाकिस्तान की बात… </a></li> <li><a href="https://www.bbc.com/hindi/india-49322020?xtor=AL-73-%5Bpartner%5D-%5Bprabhatkhabar.com%5D-%5Blink%5D-%5Bhindi%5D-%5Bbizdev%5D-%5Bisapi%5D">370 के समर्थन में ‘कश्मीरी मुस्लिमों के जुलूस’ का सच</a></li> </ul><p>कश्मीर पर भारत सरकार के हालिया फ़ैसले के बाद चीन की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है. </p><p>चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुअ चुनइंग कहती हैं, "चीन अपनी पश्चिमी सीमा पर चीनी क्षेत्र को भारत के अपनी सीमा में दिखाए जाने का हमेशा विरोध करता है."</p><p>कश्मीर पर भारत के इस फ़ैसले के बाद चीनी प्रवक्ता हुअ चुनइंग ने कहा, "हाल ही में भारत ने अपने घरेलू क़ानून में बदलाव करके चीन की संप्रभुता पर सवाल खड़ा किया है. भारत का यह कदम अस्वीकार्य है और इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा."</p> <ul> <li><a href="https://www.bbc.com/hindi/india-49309208?xtor=AL-73-%5Bpartner%5D-%5Bprabhatkhabar.com%5D-%5Blink%5D-%5Bhindi%5D-%5Bbizdev%5D-%5Bisapi%5D">कश्मीर के मुद्दे पर क्या कह रहे हैं पाकिस्तान के अख़बार</a></li> <li><a href="https://www.bbc.com/hindi/india-49327160?xtor=AL-73-%5Bpartner%5D-%5Bprabhatkhabar.com%5D-%5Blink%5D-%5Bhindi%5D-%5Bbizdev%5D-%5Bisapi%5D">कश्मीर: UNSC के अध्यक्ष देश पोलैंड से पाक को झटका</a></li> </ul><h3>किसके पास कितना कश्मीर?</h3><p>1947 में भारत-पाकिस्तान के बँटवारे के बाद से ही कश्मीर दोनों देशों के बीच लगातार विवादित मुद्दा रहा है. 1947 के बाद जम्मू, भारत प्रशासित कश्मीर और लद्दाख भारत के नियंत्रण में है, वहीं पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर और उत्तरी कश्मीर (गिलगित और बलटिस्तान) पाकिस्तान नियंत्रित हैं जबकि अक्साई चिन और ट्रांस काराकोरम (शक्सगाम घाटी) चीन के पास है.</p><p>क्षेत्रफल के हिसाब से आज कश्मीर के केवल 45 फ़ीसदी हिस्से पर ही भारत का वास्तविक नियंत्रण है जबकि पाकिस्तान लगभग 35 फ़ीसदी कश्मीर पर नियंत्रण है. बाक़ी का 20 फ़ीसदी हिस्सा चीन के नियंत्रण में है.</p><p>उधर अरुणाचल प्रदेश में लगभग 90 हज़ार वर्ग किलोमीटर पर चीन अपना दावा करता है. चीन में इस इलाके को अनौपचारिक रूप से ‘दक्षिण तिब्बत’ कहता है.</p><p>दोनों देशों के बीच 3,500 किमोलीटर (2,174 मील) लंबी सीमा है. सीमा विवाद के कारण दोनों देश 1962 में युद्ध के मैदान में भी आमने-सामने खड़े हो चुके हैं, लेकिन अब भी सीमा पर मौजूद कुछ इलाक़ों को लेकर विवाद है जो कभी-कभी तनाव की वजह बनता है.</p><p>1950 के दशक के आख़िर में तिब्बत को अपने में मिलाने के बाद चीन ने अक्साई चीन के क़रीब 38 हज़ार वर्ग किलोमीटर इलाक़ों को अपने अधिकार में कर लिया था. </p><p>ये इलाक़े लद्दाख से जुड़े थे. चीन ने यहां नेशनल हाइवे 219 बनाया जो उसके पूर्वी प्रांत शिन्जियांग को जोड़ता है. भारत इसे अवैध क़ब्ज़ा मानता है और अक्साई चिन के 38 हज़ार किलोमीटर पर अपने प्रभुत्व का दावा करता है.</p><h3>शक्सगाम घाटी पर चीनी नियंत्रण</h3><p>अक्साई चिन के 38,000 वर्ग किलोमीटर के अलावा शक्सगाम घाटी के 5,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक इलाक़े पर भी चीन का नियंत्रण है.</p><p>काराकोरम पर्वतों से निकलने वाली शक्सगाम नदी के दोनों ओर शक्सगाम वादी फ़ैला हुआ है. 1948 में इस पर पाकिस्तान ने अपना क़ब्ज़ा जमा लिया था. बाद में 1963 में एक समझौते के तहत पाकिस्तान ने इस क्षेत्र को चीन को सौंप दिया.</p><p>पाकिस्तान का मानना था कि इससे दोनों देशों के बीच दोस्ती बढ़ेगी और साथ ही यह भी दलील थी कि चूंकि यहां पहले से अंतरराष्ट्रीय सीमा निर्धारित नहीं थी लिहाजा पाकिस्तान को इसे चीन को सौंपने से कोई नुक़सान नहीं हुआ.</p><p>इसी इलाके को लेकर पाकिस्तान ने चीन के साथ समझौता किया था. आज, चीन और पाकिस्तान यहीं बने काराकोरम हाइवे से एक दूसरे के साथ व्यापार करते हैं, जो पश्चिमी कश्मीर के ज़रिए दोनों देशों को जोड़ता है.</p><p>चीन-पाकिस्तान के बीच इस अरबों डॉलर के आर्थिक गलियारे में मल्टीलेन एस्फाल्ट की सड़कें बनाई जा रही हैं ताकि पूरे साल इनका इस्तेमाल किया जा सके.</p> <ul> <li><a href="https://www.bbc.com/hindi/india-49315327?xtor=AL-73-%5Bpartner%5D-%5Bprabhatkhabar.com%5D-%5Blink%5D-%5Bhindi%5D-%5Bbizdev%5D-%5Bisapi%5D">रजनीकांत ने मोदी-शाह को बताया कृष्ण-अर्जुन</a></li> <li><a href="https://www.bbc.com/hindi/india-49258186?xtor=AL-73-%5Bpartner%5D-%5Bprabhatkhabar.com%5D-%5Blink%5D-%5Bhindi%5D-%5Bbizdev%5D-%5Bisapi%5D">अनुच्छेद 370 के बाद क्या होगा मोदी सरकार का अगला कदम?</a></li> </ul><figure> <img alt="अक्साई चिन" src="https://c.files.bbci.co.uk/51C1/production/_108292902_c78d7e69-7dd7-426b-9b6b-bbe14cf062ee.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Getty Images</footer> </figure><p>पाकिस्तान के बुनियादी ढांचे और ऊर्जा क्षेत्र में चीन 57 अरब अमरीकी डॉलर का निवेश कर रहा है, जो किसी भी दक्षिण एशियाई देशों मुक़ाबले कहीं अधिक है.</p><p>भारत के अनुसार अक्साई चिन और शक्सगाम आज भी जम्मू-कश्मीर का अभिन्न हिस्सा है. 6 अगस्त को इसी अक्साई चिन के बारे में भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि यह भारत का अभिन्न हिस्सा है.</p><p>दुनिया की दो सर्वाधिक आबादी वाले दो देश चीन और भारत कुछ क्षेत्रीय दावों को लेकर आपस में कई वर्षों से उलझे हुए हैं.</p><p>कभी-कभार दोनों देशों के बीच विवाद इतना बढ़ जाता है कि सीमा पर झड़प की स्थिति पैदा हो जाती है.</p><p>सीमा विवाद को लेकर दोनों देश कई बैठकें कर चुके हैं लेकिन आज तक यह मुद्दा सुलझ नहीं पाया है.</p><figure> <img alt="लद्दाख" src="https://c.files.bbci.co.uk/9FE1/production/_108292904_91ec7794-2076-4586-9559-c112d1191826.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Getty Images</footer> <figcaption>लद्दाख</figcaption> </figure><h3>चीन ने लद्दाख में किया बहुत विकास</h3><p>कुछ जानकारों का कहना है कि लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाना भारत का भू-राजनीतिक क़दम है. भारत की विदेश नीति थिंक टैंक गेटवे हाउस में अतरराष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन के एक शोधकर्ता समीर पाटिल ने डीडब्ल्यू को बताया कि समय के साथ लद्दाख में चीनी प्रभाव बढ़ता गया. </p><p>पाटिल के अनुसार, भारत सरकार ने इस इलाके़ में कम ध्यान दिया है जिसकी वजह से इसे नुकसान हुआ है.</p><p>वो कहते हैं, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फ़ैसले में प्रशासनिक और भू-राजनैतिक दोनों वजहें हैं. भारत मानता है कि लद्दाख पर ध्यान नहीं दिया जा रहा था, जिसकी वजह से चीन को यहां अपना दबदबा बढ़ाने का मौक़ा मिल गया. लिहाजा अब लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है, इससे सीधे-सीधे दिल्ली में बैठी सरकार इस पर शासन करेगी. हालांकि, खुले तौर पर भारत इससे इनकार करता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने का उद्देश्य इलाके में विकास कार्यों को बढ़ावा देना है."</p><figure> <img alt="कश्मीर" src="https://c.files.bbci.co.uk/EE01/production/_108292906_d212b2b9-fff8-4cc3-9338-037dd3145b29.jpg" height="549" width="976" /> <footer>BBC</footer> </figure><h3>कश्मीर पर बहुत ध्यान नहीं दे सकेगा चीन</h3><p>लेकिन कई विश्लेषक मानते हैं कि इस समय चीन एक साथ कई घरेलू और वैश्विक मुद्दों पर साथ काम कर रहा है. लिहाजा वह पूरी तरह से कश्मीर पर ध्यान नहीं दे सकता है.</p><p>हॉन्ग कॉन्ग और ताइवान के साथ बीजिंग के तल्ख रिश्तों और अमरीका के साथ चल रहे व्यापारिक रिश्तों में कड़वाहट से अभी वो जूझ रहा है.</p><p>कश्मीर पर अब तक पाकिस्तान को वह अंतरराष्ट्रीय समर्थन नहीं मिला है जिसकी उसको दरकार थी. कश्मीर पर चीन का ध्यान केंद्रित नहीं होने से इस पर पाकिस्तान की स्थिति और ख़राब होने की बात कही जा रही है.</p><p>अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर को मिली स्वायत्तता ख़त्म करने की घोषणा के बाद भी अमरीका ने कहा है कि उसने कश्मीर पर अपने रुख़ में बदलाव नहीं करने का एलान किया है.</p><p>रूस और यूएई ने भारत का समर्थन किया है जबकि पाकिस्तान को उसके एक और सहयोगी सऊदी अरब का समर्थन भी नहीं मिला.</p> <ul> <li><a href="https://www.bbc.com/hindi/international-49319100?xtor=AL-73-%5Bpartner%5D-%5Bprabhatkhabar.com%5D-%5Blink%5D-%5Bhindi%5D-%5Bbizdev%5D-%5Bisapi%5D">भारतीय विदेश मंत्री का चीन दौरा,क्या हुई बात?</a></li> <li><a href="https://www.bbc.com/hindi/india-49279118?xtor=AL-73-%5Bpartner%5D-%5Bprabhatkhabar.com%5D-%5Blink%5D-%5Bhindi%5D-%5Bbizdev%5D-%5Bisapi%5D">370 पर कौन देश भारत के साथ, कौन ख़िलाफ़</a></li> </ul><figure> <img alt="विदेश मंत्री जयशंकर" src="https://c.files.bbci.co.uk/11511/production/_108292907_21a2dd5d-c2c6-4ddc-b962-8f1479abe927.jpg" height="351" width="624" /> <footer>@MEAINDIA</footer> </figure><p>उधर भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने बीजिंग में कहा कि वैश्विक अनिश्चितता के वक्त में भारत और चीन दोनों को एक मज़बूत किरदार निभाना चाहिए.</p><p>कई विश्लेषक मानते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग ने इस दौरान अपने संबंधों में इस तरह कि परिपक्वता दिखाई है जिससे दोनों देशों की बीच सहयोग पर इसका असर न पड़े. </p><p>विदेश मंत्री जयशंकर के चीन के दौरे के बाद इसी महीने मोदी के पेरिस में होने वाली जी7 की बैठक में शामिल होने की संभावना है. इसके बाद अक्टूबर में एक अनौपचारिक बैठक के लिए चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग भारत आएंगे जहां मोदी से उनकी मुलाकात होने वाली है.</p><p><strong>(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप </strong><a href="https://play.google.com/store/apps/details?id=uk.co.bbc.hindi">यहां क्लिक</a><strong> कर सकते हैं. आप हमें </strong><a href="https://www.facebook.com/bbchindi">फ़ेसबुक</a><strong>, </strong><a href="https://twitter.com/BBCHindi">ट्विटर</a><strong>, </strong><a href="https://www.instagram.com/bbchindi/">इंस्टाग्राम</a><strong> और </strong><a href="https://www.youtube.com/bbchindi/">यूट्यूब</a><strong> पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)</strong></p>
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अनुच्छेद 370 हटने से चीन पर क्या पड़ेगा असर
<figure> <img alt="चीन" src="https://c.files.bbci.co.uk/108FF/production/_108293876_gettyimages-842692988.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Getty Images</footer> </figure><p>जम्मू-कश्मीर की स्वायत्तता ख़त्म करने के भारत सरकार के फ़ैसले के ख़िलाफ़ वैश्विक समर्थन हासिल करने की कवायद में शुक्रवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने चीन का दौरा किया था. </p><p>कश्मीर पर भारत के इस क़दम का चीन ने भी विरोध किया […]
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