ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि उन राज्यों में मुख्यमंत्री बदले जा सकते हैं जहां कांग्रेस की सरकार है. हालिया लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद पार्टी ख़ास तौर पर उन राज्यों पर ध्यान दे रही है जहां इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं.
इसी पृष्ठभूमि में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुलाक़ात की है.
इन दोनों ही राज्यों में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं.
कांग्रेस की असम में भी सरकार है जहां मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के नाम पर पार्टी में मतभेद रहे हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, तरुण गोगोई भी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के लिए रविवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं.
मामला महाराष्ट्र का
मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के अलावा राज्य के दो अन्य नेताओं ने भी सोनिया गांधी से मुलाक़ात की है
इनमें पहला नाम शिवाजीराव देशमुख है जो राज्य विधान परिषद के अध्यक्ष हैं.
देशमुख चार बार विधायक और दो बार विधान परिषद के सदस्य रहे हैं.
सूबे के दूसरे नेता शिवाजीराव मोघे हैं जो अभी राज्य मंत्रिमंडल में सामाजिक न्याय मंत्री हैं.
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री बदले जाने की अटकलों ने तब ज़ोर पकड़ा जब ऐके एंटनी और अहमद पटेल ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार से उनके निवास पर गुरुवार रात मुलाक़ात की.
एंटनी राज्य में कांग्रेस के प्रभारी रहे हैं. वहीं अहमद पटेल सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव हैं.
ख़बरें हैं कि चव्हाण की जगह सुशील कुमार शिंदे, बाला साहेब थोराट या राधाकृष्णन विखे पाटिल में से किसी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री शिंदे लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं जबकि थोराट और पाटिल महाराष्ट्र कैबिनेट में मंत्री हैं.
राज्य में लोकसभा की 48 सीटों में से कांग्रेस को केवल दो और उसकी सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को चार सीटें मिली थीं.
चर्चा असम की
असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई को भी बदले जाने की चर्चा है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, इस बारे में पूछे जाने पर गोगोई ने कहा, ‘मैं हां नहीं कहूंगा, मैं ना भी नहीं कहूंगा. ये सिर्फ़ पार्टी आलाकमान का फ़ैसला होगा. सोमवार को दिल्ली में पार्टी आलाकमान से मिलूंगा.’
असम में कांग्रेस के भीतर गोगोई विरोधी एक खेमा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री हेमंता बिस्वा उनकी जगह ले सकते हैं.
हरियाणा की सियासत
समाचार एजेंसी पीटीआई की ख़बर के मुताबिक़, महाराष्ट्र में चव्हाण और असम में गोगोई की तुलना में हरियाणा में मु्ख्यमंत्री हुड्डा को बदने जाने के आसार कम हैं.
शायद यही वजह है कि हरियाणा कांग्रेस इकाई के प्रमुख अशोक तंवर का कहना है, ‘मैं बस इतना कह सकता हूं कि हरियाणा के लिए पार्टी प्रभारी ने स्पष्ट किया है कि राज्य में नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं हो रहा है.’
इस मामले पर मुख्यमंत्री के बेटे और कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा का कहना है, ‘लहर के बाद भी मैंने रोहतक की सीट जीती. जहां तक वरिष्ठ नेताओं की टिप्पणी की बात है तो मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा.’
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