कोलंबिया (अमेरिका): अमेरिकाके राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सुप्रीम कोर्ट के लिए नामित कियेगये जज पर सीनेट के साथ-साथ महिलाओं की राय बंटी हुई है. अमेरिकी सीनेट में इस सप्ताह महिलाओं की आवाज गूंजती रही कि किस आधार पर पुरुष सीनेटरों ने ब्रेट कावानाह को यौन उत्पीड़न के आरोप पर अपना समर्थन दिया.
वहीं, दूसरी तरफ कई घंटों तक सीनेट कार्यालय में कावानाह के समर्थन में महिलाओं ने फोन करके कावानाह पर लगे आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया और इसे रिपब्लिकन का विरोध करने का षड्यंत्र करार दिया.
कॉलेज की 21 वर्षीय एक छात्रा हाना किंग ने कावानाह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला फोर्ड के प्रति सहानुभूति जतायी, लेकिन उसने आरोप लगाने के समय पर चिंता व्यक्त की. फोर्ड ने सार्वजनिक तौर पर कावानाह के सुप्रीम कोर्ट के जज नामित होने के बाद आरोप लगाये.
एक सेवानिवृत्त शिक्षिका ने कहा कि किसी की पदोन्नति से ऐसा नहीं होना चाहिए कि कोई तुरंत सामने आये. उन्हें फोर्ड के साथ सहानुभूति है, लेकिन कावानाह का भविष्य दांव पर लगाकर नहीं.
वहीं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक रैली में लोगों से अपील की कि वह कावानाह के खिलाफ डेमोक्रेट द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे ‘निर्दयी और अपमानजनक नीतियों’ को खारिज करें.
ट्रंप शनिवार को वर्जीनिया में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. ट्रंप ने यहां वर्ष 2016 में 42 फीसदी मतों से चुनाव जीता था और अब भी यहां लोकप्रिय हैं.