एशिया कप 2018 के फ़ाइनल में बांग्लादेश को तीन विकेट से हराकर भारत सातवीं बार चैंपियन बन गया है.
इस बेहद रोमांचक मुक़ाबले में भारत कोजीत दिलाने में दो स्पिन गेंदबाज़ों केदार जाधव और कुलदीप यादव की अहम भूमिका रही.
पहले तो इन दो गेंदबाज़ों ने महत्वपूर्ण मौक़ों पर अहम विकेट लेकर बांग्लादेश को 222 रनों के स्कोर पर समेटने की मदद की और फिर लक्ष्य का पीछा करने उतरते समय नाज़ुक स्थिति में पहुंची भारतीय टीम को आख़िरी ओवर में जीत दिलाई.
मैच में केदार जाधव और कुलदीप यादव की जो़ड़ी ने सिर्फ़ किफ़ायदी गेंदबाज़ी की बल्कि पांच खिलाड़ियों को पेवेलियन भेजा.
केदार ने 9 ओवरों में 41 रन देकर दो विकेट हासिल किए और कुलदीप यादव ने 10 ओवरों में 45 रन देकर तीन विकेट हासिल किए. बाद में केदार (23) और कुलदीप (5) ने नाबाद रहते हुए 223 का लक्ष्य हासिल किया
जाधव ने तोड़ी ख़तरनाक साझेदारी
मैच में शुरू में हल्की स्विंग देखने को मिली मगर बाद में पिच बल्लेबाज़ों के लिए मददगार साबित होती दिखी. बांग्लादेश के ओपनिंग बल्लेबाज़ आराम से भारतीय बॉलिंग अटैक का सामना कर रहे थे. 10 ओवरों बाद बांग्लादेश का स्कोर 65 था.
बांग्लादेश के बल्लेबाज़ इसी गति से अगले 10 ओवर भी खेलते रहे. रेग्युलर गेंदबाज़ों से कोई सफलता मिलती न देख कप्तान रोहित शर्मा ने दाहिनी बाज़ू से ऑफ़ ब्रेक गेंदबाज़ी करने वाले 33 साल के ऑल राउंडर केदार जाधव को गेंद थमाई.
21वां ओवर फेंकने आए केदार जाधव ने अपने पहले ही ओवर में सफलता मिल गई. पांचवीं गेंद पर उन्होंने मेहिदी हसन मिराज को पेवेलियन भेज दिया. 32 रन पर खेल रहे मिराज ने थोड़ी शॉर्ट फेंकी गई गेंद को पॉइंट की ओर मोड़ने की कोशिश की जहां रायुडू ने कैच लपक लिया.
यह विकेट भारत के लिए काफ़ी अहम रहा और अब तक मज़बूत नज़र आ रही बांग्लादेश की टीम बैकफ़ुट पर आ गई. इसके बाद युजवेंद्र चाहल ने बांग्लादेश को दूसरा झटका दिया. उन्होंने इमरुल केइस को एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया जो दो रन ही बना पाए थे.
इसके बाद क्रीज़ पर आए बांग्लादेश के अनुभवी बल्लेबाज़ मुशफ़िक़ुर रहीम भी केदार जाधव की शॉर्ट गेंद को खेलते हुए डीप मिड-विकेट पर बुमराह को कैच थमा बैठे.
यादव ने लिया अहम विकेट
इसके बाद बांग्लादेशी बल्लेबाज़ मोहम्मद मिथुन दो रन के स्कोर पर रन आउट हुए और फिर कुलदीप यादव ने महमूदुल्ला को चार रन के स्कोर पर आउट कर दिया. बांग्लादेश के पांच विकेट गिर चुके थे मगर लिटन दास शतक ज़ड़कर अभी भी क्रीज़ पर मौजूद थे जो भारतीय टीम की चिंता का सबब बने हुए थे.
इसी बीच कुलदीप यादव की गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें स्टंप आउट कर दिया. लिटन 41वें ओवर की आख़िरी गेंद पर 121 रन के स्कोर पर आउट हुए. उस समय तक बांग्लादेश का स्कोर 188 रन हो चुका था.
मगर इसके बाद आए पुछल्ले बल्लेबाज़ कुछ ख़ास नहीं कर पाए और पूरे ओवर भी नहीं खेल सके. बांग्लादेश की पूरी टीम 222 रन ही बना पाई.
कुलदीप शर्मा ने तीन और केदार जाधव ने तीन विकेट लिए. केदार जाधव वैसे तो पार्ट टाइम बोलर हैं मगर कप्तान रोहित शर्मा ने उनसे 9 ओवर फिंकवाए जबकि पूरी सिरीज़़ में भारतीय बोलिंग अटैक की कमान संभाल रहे भुवनेश्वर कुमार से सात ओवर ही फिंकवाए गए.
वहीं कुलदीप यादव ने 10 ओवर फेंककर जो तीन विकेट लिए, उनमें लिटन दास का महत्वपूर्ण विकेट भी शामिल था, जो डेथ ओवरों में अच्छे शॉट लगाकर बांग्लादेश की स्थिति मज़बूत कर सकते थे.
बैटिंग में भी चमके जाधव और यादव
223 के लक्ष्य को भारत के लिए आसान माना जा रहा था मगर उसके बल्लेबाज़ों ने अच्छी शुरुआत नदीं दिलाई. 31वें ओवर में जिस समय दिनेश कार्तिक आउट हुए, भारतीय टीम 4 विकेट खोकर 137 रन ही बना पाई थी.
इसके बाद गेंदबाज़ी में शानदार प्रदर्शन करते हुए केदार जाधव क्रीज़ पर आए और छक्का भी लगाया. मगर इससे पहले कि वह कुछ कर दिखाते, घुटने की चोट ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया. हालात यह रहे कि 38वें ओवर के बाद उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा.
इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी और रविंद्र जडेजा भी आउट हो गए, जिससे पूरी ज़िम्मेदारी फिर से केदार जाधव के ऊपर आ गई. उन्हें घायल होने के बावजूद मैदान पर लौटना पड़ा.
भुवनेश्वर कुमार उनके साथ क्रीज़ पर थे मगर 49वें ओवर की पहली गेंद पर वह भी आउट हो गए. अब केदार जाधव का साथ देने आए कुलदीप यादव.
आख़िरी ओवर में भारत को जीत के लिए छह रन चाहिए थे और इस नाज़ुक समय विकेट गंवाना भारत के लिए ख़तरनाक हो सकता था. मगर दोनों बल्लेबाज़ों से सूझबूझ से रन चुराए और भारत ने आखिरी गेंद पर तीन विकेट रहते यह लक्ष्य हासिल कर लिया.
यह संयोग ही था कि गेंदबाज़ी में अच्छा प्रदर्शन करने वाले दोनों गेंदबाज़ों ने बेहद संवेदनशील समय में बल्लेबाज़ी करते हुए भारत के लिए विजयी रन हासिल किया.
‘बोलिंग ऑलराउंडर कह सकता हूं’
घरेलू क्रिकेट में महाराष्ट्र की ओर से खेलने वाले केदार जाधव वैसे ऑलराउंडर विकेट कीपर हैं जो ऑफ़ ब्रेक गेंदबाज़ी भी करते हैं.
मैच ख़त्म होने के बाद उन्होंने कहा, "पिछले मैच की तुलना में आज विकेट बल्लेबाज़ी के लिए बेहतर था. थोड़ा स्लो था मगर जितनी देर तक आप खेल रहे थे, उतनी ही आसानी हो रही थी. मैंने फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट में काफ़ी रन बनाए हैं, इसलिए मैं ख़ुद को बोलिंग ऑलराउंडर कहूंगा."
दरअसल इस मैच से पहले पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेले गए लीग मैच में भी उन्होंने नौ ओवर फेंके थे और 23 रन देकर तीन विकेट हासिल किए थे. अभी तक उन्होंने 22 विकेट हासिल किए हैं जिनमें से 18 विकेट टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज़ों के हैं. वह सात बार ओपनिंग बल्लेबाज़ों को पेवेलियन भेज चुके हैं.
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