कोलंबो : अक्सर हर भारतीय के मन में श्रीलंका जाने की लालसा रहती है. वजह यह है कि वह वहां जाकर उस अशोक वाटिका को देखना चाहता है, जहां रावण ने माता सीता को हरण करने के बाद रखा था. इसके साथ ही, भारतीयों के मन में उन तमाम स्थानों को देखने की लालसा रहती है, जो माता सीता और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र जी से जुड़ा हुआ है, लेकिन उनके सामने इस बात की दिक्कतें पेश आती रही हैं कि उन्हें श्रीलंका जाने के लिए वीजा लेना अहम हो जाता था. अब शायद लंका जाने वाले भारतीयों को इस झंझट का सामना नहीं करना पड़ेगा और वे बेझिझक बिना वीजा के ही श्रीलंका का भ्रमण कर सकते हैं.
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श्रीलंका भ्रमण की चाहत रखने वाले भारतीय पर्यटकों का सफर जल्द और आसान हो सकता है. उन्हें वहां घूमने के लिए वीजा के बिना जाने की अनुमति मिल सकती है. श्रीलंका के पर्यटन मंत्री जॉन अमारतुंगा ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार भारत और चीन जैसे देशों के पर्यटकों को बिना वीजा प्रवेश देने की अनुमति पर विचार कर रही है.
अमारतुंगा ने बताया कि प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने एक कार्यबल का गठन किया है, जिसे कुछ पर्यटन हितैषी देशों के नागरिकों को वीजा के बिना घूमने की इजाजत देने की संभावनाएं तलाशने का काम दिया गया है, ताकि देश में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके. उन्होंने कहा कि भारत और चीन के अलावा यूरोप और मध्य एशिया के कुछ देशों को इसका लाभ मिल सकता है.
मंत्री ने कहा कि कार्यबल की सिफारिशों के अनुसार इस तरह की अनुमति अक्टूबर-नवंबर और मार्च-अप्रैल के ऑफ सीजन में दी जा सकती है. बता दें कि लिट्टे समुदाय के साथ लगभग एक दशक तक देश के पर्यटन उद्योग को बुरा वक्त देखना पड़ा, लेकिन हाल के वक्त में यह एशिया के सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल के तौर पर उभरा है.