लाहौर : पाकिस्तान सरकार ने अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज के नामों को ‘विदेश यात्रा प्रतिबंध सूची’ (ईसीएल) में डाल दिया है. वे दोनों शुक्रवार को स्वदेश लौटनेवाले हैं.
गौरतलब है कि एवेनफील्ड संपत्ति भ्रष्टाचार मामले में इस्लामाबाद की जवाबदेही अदालत ने कुछ ही दिन पहले शरीफ और मरियम को दोषी ठहराते हुए उन्हें क्रमश: 10 साल और सात साल की कैद की सजा सुनायी थी. इस सूची में जिन लोगों का नाम डाला जाता है, वे पाकिस्तान से बाहर नहीं जा सकते हैं. शरीफ और मरियम दोनों ही अभी लंदन में हैं. वे वहां शरीफ की पत्नी कुलसूम नवाज की देखभाल कर रहे हैं, जो गले के कैंसर से पीड़ित हैं और दिल का दौरा पड़ने के बाद 14 जून से उन्हें वेंटीलेटर (जीवन रक्षक प्रणाली) पर रखा गया है.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने पुष्टि की, ‘गृह मंत्रालय ने देश की भ्रष्टाचार रोधी संस्था राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के अनुरोध पर नवाज शरीफ और मरियम नवाज के नामों को ईसीएल में डाल दिया है.’ उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के एक मामले में शरीफ और मरियम की दोषसिद्धि के बाद मंत्रालय ने ब्यूरो के अनुरोध पर विचार किया और उनके नाम ईसीएल में डाल दियेझ. ब्यूरो ने यह घोषणा पहले ही कर दी है कि देश के किसी भी हवाईअड्डे में पहुंचने पर शरीफ और मरियम को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
इस बीच, ब्यूरो ने कार्यवाहक सरकार से अनुरोध किया है कि उसे एक हेलीकॉप्टर मुहैया किया जाये, ताकि वह शरीफ और मरियम के शुक्रवार को लाहौर हवाईअड्डा आने के बाद उन्हें इस्लामाबाद ले जा सके. ब्यूरो के एक अधिकारी ने कहा कि दोनों दोषियों को लाहौर से इस्लामाबाद तक सड़क मार्ग से ले जाने के लिए सुरक्षा का व्यापक इंतजाम करने की जरूरत होगी. इसलिए समस्याओं को टालने के लिए और दोनों लोगों को रावलपिंडी स्थित अदियाला जेल ले जाने तथा उन्हें अदालत में पेश करने के लिए ब्यूरो को एक हेलीकॉप्टर मुहैया कराया जाना चाहिए. इस बीच, शरीफ ने कहा कि उन्हें जेल जाने का डर नहीं है. उन्होंने कहा, ‘मैं कुछ न्यायाधीशों और सेना के जनरलों द्वारा पैदा किये गये डर से पाकिस्तान को मुक्त कराने के लिए वापस आ रहा हूं.’