-अब थर्ड पार्टी ऐप को हटाना हुआ आसान डेटा लीक मामले में आलोचना झेल रही फेसबुक और उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जकरबर्ग ने बुधवार को एक बल्क ऐप रिमूवल टूल जारी किया. इस टूल का उपयोग कर मोबाइल और डेस्कटॉप प्लेटफॉर्म से एक बार में सारे थर्ड पार्टी एप्स हटाये जा सकते हैं. इस […]
-अब थर्ड पार्टी ऐप को हटाना हुआ आसान
डेटा लीक मामले में आलोचना झेल रही फेसबुक और उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जकरबर्ग ने बुधवार को एक बल्क ऐप रिमूवल टूल जारी किया. इस टूल का उपयोग कर मोबाइल और डेस्कटॉप प्लेटफॉर्म से एक बार में सारे थर्ड पार्टी एप्स हटाये जा सकते हैं.
इस टूल से यूजर्स को सारे थर्ड पार्टी एप्स को हटाना आसान होगा क्योंकि एक-एक करके ऐप को हटाने में काफी समय लगता है. कंपनी ने इस परेशानी को भी दूर करने का तरीका निकाला है. फेसबुक ने अब कई एप्स को एक साथ सेलेक्ट करने का एक नया तरीका पेश किया है, जिसके बाद उन्हें एक ही बार में हटाया जा सकता है. इसके साथ ही फेसबुक ने ऐसे किसी भी पोस्ट को हटाने का विकल्प भी दिया है, जो उन ऐप्स के किसी भी प्रोफाइल पर बना हो सकता है. मालूम हो कि वर्ष 2014 की शुरुआत में कोगन ने एकेडमिक रिसर्च के नाम पर फेसबुक यूजर्स का डाटा चुराया.
इसके लिए कैंब्रिज एनालिटिका ने पर्सनैलिटी संबंधी जानकारी देने वाले एप्प ‘दिसइजमाइडिजिटललाइफ’ को लॉन्च किया था. इसी ऐप के सहारे यूजर से उसकी जानकारी ली गयी. सबसे ज्यादा आश्चर्यजनक बात यह है कि चोरी की जानकारी मिलने के बावजूद फेसबुक ने यूजर्स को अलर्ट नहीं किया. वर्ष 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप के आरोप को जुकरबर्ग ने ‘पागलपन’ करार दिया था. हालांकि, जब आरोप सही साबित हुए तो उन्होंने स्वीकारा कि वह गलत थे. अब अमेरिका और यूरोपीय संघ लंदन स्थित डाटा माइनिंग फर्म कैंब्रिज एनालिटिका की जांच कर रहे हैं.
ऐसे कर सकते हैं बल्क ऐप रिमूवल टूल का इस्तेमाल
फेसबुक पर सेटिंग्स मेनू खोलें, और ऐप पर क्लिक करें. सबसे ऊपर आपको फेसबुक अकाउंट के साथ लॉग इन किये गये एप्लिकेशन की संख्या मिलेगी. जिस ऐप को फेसबुक लॉगिन से हटाना है, उसको टिक करें. अंत में इन ऐप्स को हटाने से पहले ऐप के बारे में लगी पोस्ट को भी हटाने का विकल्प मिलेगा.
टूल के प्रयोग से यूजर रख सकेंगे अपने डाटा पर नियंत्रण
फेसबुक से बल्क में एप्स को हटाने के टूल का इस्तेमाल करके यूजर अपने डाटा खर्च पर भी नियंत्रण रख सकेंगे. टूल के इस्तेमाल से पहचान को सुरक्षित रखना आसान होगा. वर्तमान में करीब 2.5 करोड़ भारतीय फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं.