इस्लामाबाद : पाकिस्तान पर लगातार आतंकवादियों को पनाह देने के आरोपों के बीच अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की सैन्य सहायता राशि रोक दी है. ऐसे में एक दिन पूर्व ही पाकिस्तान ने मुंबई आतंकवादी हमले के मुख्य षड्यंत्रकर्ता हाफिज सईद की जमात उद दावा और फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन को चंदा एकत्रित करने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
पाकिस्तान ने यह कार्रवाई ऐसे दिन की जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि उसने अमेरिका को झूठ और धोखा तथा आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने के अलावा कुछ भी नहीं दिया.
द सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन आफ पाकिस्तान (एसईसीपी) ने एक अधिसूचना जारी करके आतंकवादी संगठन लश्करे तैयबा के मुखौटा संगठन जमाद उद दावा सहित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा प्रतिबंधित सूची में नामित ऐसे अन्य संगठनों का चंदा लेना निषिद्ध कर दिया.
अधिसूचना में कहा गया है, द सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन आफ पाकिस्तान इसके जरिये संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति द्वारा सूचीबद्ध इकाइयों और व्यक्तियों द्वारा चंदा लेने पर प्रतिबंध लगाती है. डॉन ने बताया कि जेयूडी के अलावा सूची में स्वयं लश्करे तैयबा, फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन, पासबान ए अहले हदीथ और पासबान ए कश्मीर सहित अन्य भी शामिल हैं.
यह अधिसूचना ऐसे दिन जारी हुई है जब पाकिस्तान के खिलाफ अब तक के सबसे कड़े हमले में ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि उसने अमेरिका को 33 अरब डालर से अधिक की सहायता के बदले झूठ और धोखे के अलावा कुछ भी नहीं दिया तथा इस्लामाबाद ने आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया करायी.
जेयूडी प्रवक्ता याह्या मुजाहिद ने एक बयान में कहा, लाहौर उच्च न्यायालय ने स्पष्ट आदेश दिया है कि जेयूडी पाकिस्तान में अपनी कल्याणकारी गतिविधियां संचालित करने को मुक्त है.