15.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

AI वाली फोटो पकड़ना हुआ आसान, Google Gemini का नया इमेज वेरिफिकेशन फीचर अब बताएगा सच्चाई

आजकल कई लोग फोन में स्क्रॉल करते समय यह सोचकर कन्फ्यूज हो जाते हैं कि इंटरनेट पर दिख रही फोटो असली हैं या फिर AI से बनाई गई हैं. इसी बढ़ती उलझन को दूर करने के लिए Google ने अपने नए Gemini अपडेट में इसका हल पेश किया है. आइए आपको इसके बारे में बताते हैं.

Google Gemini: आजकल कई लोग अपने फोन में स्क्रॉल करते-करते अक्सर रुक जाते हैं और सोचते हैं कि सामने दिख रही फोटो असली है या किसी AI टूल से बनी हुई है. दोस्त द्वारा भेजी गई फोटो हो, सोशल मीडिया की कोई पोस्ट हो, या इंटरनेट पर दिख गई कोई रैंडम इमेज अब हर जगह शक होने लगा है, क्योंकि AI अब ऐसी फोटो बना रहा है जो पहली नजर में बिल्कुल असली लगती हैं.

पहले अजीब पैटर्न या गलतियां देखकर पता चल जाता था कि फोटो नकली है, लेकिन अब ऐसा कम ही होता है. इसी बदलाव को देखते हुए Google ने यूजर्स को सीधे फोटो की सच्चाई चेक करने का आसान तरीका देना शुरू कर दिया है. आइए आपको बताते हैं कैसे.

Gemini में अब मिलेगा बिल्ट-इन इमेज वेरिफिकेशन टूल

Google ने कन्फर्म किया है कि उसके Gemini ऐप में अब एक ऐसा फीचर आ गया है जो यह पता लगा सकता है कि कोई फोटो उसकी अपनी AI से बनाई या एडिट की गई है या नहीं. कंपनी ने ये सुविधा अपने नए Gemini 3-पावर्ड Nano Banana Pro मॉडल के साथ लॉन्च की है. यह कदम AI से बनी तस्वीरों के बारे में ज्यादा पारदर्शिता लाने की दिशा में एक और आगे बढ़ता हुआ कदम माना जा रहा है.

कैसे करेगा काम?

Detection सिस्टम SynthID पर काम करता है, जो Google की डिजिटल वॉटरमार्किंग टेक्नोलॉजी है. SynthID, Google के AI टूल्स से बनी फोटो में ऐसे अदृश्य निशान छुपा देता है, जो दिखने में बिल्कुल नजर नहीं आते और तस्वीर की क्वालिटी पर भी असर नहीं डालते. लेकिन Gemini इन छुपे हुए साइन को पढ़ सकता है और पता लगा सकता है कि कंटेंट Google के AI सिस्टम से बना है या नहीं. 

एक बात साफ है कि Gemini सिर्फ उन्हीं फोटों को पकड़ सकता है जो Google के टूल्स से बनाई या एडिट की गई हों. अगर कोई दूसरी कंपनी या किसी इंडी डेवलपर का मॉडल इस्तेमाल करता है, तो Gemini उसकी पहचान नहीं कर पाता.

फिर भी, यह फीचर ऑनलाइन मौजूद बहुत बड़ी मात्रा में कंटेंट पर लागू होता है. 2023 में Google ने जब SynthID लॉन्च किया था, तब से अब तक 20 अरब से ज्यादा AI-generated इमेजेज पर वॉटरमार्क लगाया जा चुका है. अब इन्हें आसानी से Gemini ऐप के जरिए चेक किया जा सकता है.

कैसे करें चेक?

आप किसी भी फोटो को बहुत आसानी से चेक कर सकते हैं. अगर आपको कोई तस्वीर ऑनलाइन दिखे, मैसेज में मिले या किसी फाइल में हो, तो बस उसे Gemini पर अपलोड करें और पूछें, जैसे: “क्या ये Google AI ने बनाई है?” या “क्या ये AI-generated है?”

Gemini उस इमेज को स्कैन करके उसमें मौजूद SynthID वॉटरमार्क खोजता है और अपनी सिस्टम की समझ का इस्तेमाल करके आपको साफ-साफ जवाब देता है.

यह भी पढ़ें: अब नहीं पड़ेगी लंबे प्रॉम्प्ट की जरूरत, आ गया Google का सबसे पावरफुल मॉडल Gemini 3

Ankit Anand
Ankit Anand
अंकित आनंद ने GGSIP यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन में ग्रेजुएशन की है. वर्तमान में, वह प्रभात खबर.कॉम में टेक और वायरल सेक्शन की खबरें कवर करते हैं. प्रभात खबर में शामिल होने से पहले उन्होंने ZEE न्यूज़ में असिस्टेंट प्रोड्यूसर के तौर पर काम किया है. इन्हें लाइफस्टाइल, ट्रैवल, स्पोर्ट्स और पॉलिटिक्स जैसे विषयों पर लिखने में रुचि है. इसके अलावा अंकित को नई चीजें सीखना, किताबे पढ़ना, फिल्में और क्रिकेट देखना पसंद है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel