आसनसोल. ऑल इंडिया आदिवासी कोऑर्डिनेशन कमेटी आसनसोल-दुर्गापुर शाखा की ओर से शुक्रवार को विश्व आदिवासी दिवस पर आसनसोल के आश्रम मोड़ से लेकर रबींद्र भवन तक विशाल रैली निकाली गयी. इसमें आदिवासी समाज ने पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र के साथ अपनी ताकत दिखायी. मौके पर आदिवासी नेता हीरालाल सोरेन ने बताया कि राष्ट्र संघ की तरफ से वर्ष 2004 में इस दिन को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में घोषित किया गया था. वर्ष 2005 से लगातार संगठन की तरफ से आदिवासी दिवस पर रैली निकाली जाती है. आज आश्रम मोड़ से लेकर रबींद्र भवन तक रैली निकाली गयी, जिसमें हजारों आदिवासियों ने हिस्सा लिया. कहा कि आज विश्व में पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है, जिसकी मुख्य वजह है कि जंगलों का नाश किया जाना. अगर इस धरती को बचाना है, तो जंगलों को बचाना होगा. आदिवासी समाज को बचाना होगा. आदिवासी समाज जल, जंगल, जमीन को पूजता है. इसके लिए आदिवासी समाज को बचाना बहुत जरूरी है. आज आश्रम मोड़ से रबींद्र भवन तक रैली निकाली गयी. उसके बाद रवींद्र भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ. यहां पर आदिवासी समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं और समाज के विशिष्टजनों को सम्मानित किया गया. आदिवासी दिवस मनाने का उद्देश्य यही है कि जनजातीय समाज को सदियों से हो रहे जुल्म से मुक्ति दिला कर समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जाये.
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