श्री पाल का कहना है कि हाल ही में राज्य सरकार की ओर से चाय बागानों के श्रमिकों के लिए बैंकों में उनका खाता खुलवाया गया. इसमें स्थानीय तृकां के नेता-कार्यकर्ताओं ने खूब सहयोग किया. बाद में बैंक खाता से संबंधित सभी दस्तावेज श्रमिकों के हाथों में नहीं पहुंचकर तृकां के नेता-कार्यकर्ताओं के पास पहुंच गया. श्रमिकों के खातों में सरकार की ओर से जो रूपये जमा हुए,उनको नहीं मिला. सबों के खातों से तृकां नेता-कार्यकर्ताओं ने रूपये हड़प लिये.
इसे लेकर नक्सलबाड़ी प्रखंड के त्रेहाना मंडल के जाबड़ा चाय बागान के श्रमिकों ने हाल ही में आरोपी तृकां के नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरूद्ध मामला भी दायर कराया. लेकिन पुलिस ने आजतक कोई कार्रवायी नहीं की. मोरचा की ओर से आज नक्लबाड़ी थाना के प्रभारी को सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने और पीड़ित चाय श्रमिकों को उनके पायी-पायी लौटाने के लिए सात दिनों का अल्टीमेटम दिया है. अन्यथा आठवें दिन से थाना के सामने अनशन करने की चेतावनी दी गयी है. आज के आंदोलन के दौरान मोरचा नेता के रूप में पम्मी सिंह, अरिजीत आचार्यजी, गायत्री यादव के अलावा भारी तादाद में भाजपा के कार्यकर्ता व चाय श्रमिक शामिल हुए.