सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी व आसपास की पांच प्रमुख मांगों को लेकर दार्जिलिंग जिला कांग्रेस के मानवाधिकार सेल के चेयरमैन अभिराज सुब्बा ने सिलीगुड़ी महकमा अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा. पश्चिम बंगाल सिविल सर्विस की परीक्षा में नेपाली भाषा को लेकर राज्य सरकार के रवैये को देखकर उन्होंने आंदोलन का एलान किया है. मेन्स परीक्षा में नेपाली भाषा को स्थान दिये जाने की मांग उन्होंने की.
सिलीगुड़ी के हिलकर्ट रोड स्थित विवेकानंद भवन में महकमा अधिकारी हरिशंकर पणिक्कर को पांच सूत्री मांगों सहित ज्ञापन सौंपने के बाद अभिराज सुब्बा ने बताया कि नेपाली भाषा को पश्चिम बंगाल सिविल सर्विस की परीक्षा से बाहर रखा गया है. जबकि वर्ष 1992 में नेपाली भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जा चुका है.
नेपाली भाषा के प्रति राज्य सरकार के रवैये की कड़ी निंदा करते हुए श्री सुब्बा ने कहा कि नेपाली भाषा को प्रदेश की सिविल सर्विस की परीक्षा में शामिल किये जाने तक कांग्रेस लगातार आंदोलन करेगी.
इसके अतिरिक सिलीगुड़ी महकमा अंतर्गत कदमतला इलाके की समस्या का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्षा के मौसम में बलासन नदी का पानी इलाके में प्रवेश कर जाता है. बीएसएफ की चहरदीवारी की वजह से इलाके में जल जमाव व बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इस समस्या से इलाके के करीब 70 हजार निवासी जूझ रहे हैं.
पानीटंकी से नौकाघाट होते हुए गुजरने वाली एशियन हाइवे की वजह से सड़क हादसों की संख्या काफी बढ़ गयी है. इस पर रोक लगाने के लिये नौकाघाट पर एक अंडरपास व एक फ्लाई ओवर ब्रिज की आवश्यकता है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत माटिगाड़ा थाने का इलाका काफी बड़ा है. जिस वजह से इलाकों पर कड़ी निगरानी रखने में माटिगाड़ा थाना विफल हो रहा है. ऐसे में माटिगाड़ा थाने में केस की फाइलों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अपराध को नियंत्रित करने के लिये माटिागड़ा अंतर्गत अठारहखाई इलाके में एक नया थाना या पुलिस चौकी नितांत आवश्यक है.
श्री सुब्बा ने कहा कि इन सभी मांगों से महकमा अधिकारी को अवगत कराया गया है. उन्होंने सकारात्मक आश्वासन दिया है. की गयी मांगों पर अविलंब सकारात्मक पहल ना किये जाने पर दार्जिलिंग जिला कांग्रेस सड़क पर उतर कर जोरदार आंदोलन करेगी.