बारसोई व कुमेदपुर के बीच हुई घटना
बरहरवा : मालदा रेल मंडल अंतर्गत पश्चिम बंगाल के बारसोई व कुमेदपुर स्टेशन के बीच रविवार की तड़के ब्रह्मपुत्र मेल में अज्ञात अपराधियों ने यात्रियों के साथ लूटपाट की. जानकारी के अनुसार, अपराधियों ने वैक्यूम खोल कर ट्रेन को कुमेदपुर स्टेशन के पास रोक दिया. जैसे ही ट्रेन रुकी पांच से सात की संख्या में डकैत ट्रेन में सवार हो गये और यात्रियों के साथ हथियार का भय दिखाकर लूट-पाट करने लगे.
इस दौरान कई यात्रियों के साथ मारपीट भी की गयी. ट्रेन में सवार महिला यात्री सिलिगुड़ी कानसुख सारणी हाकिमबाड़ा निवासी प्रियंका यादव ने घटना की पूरी जानकारी बरहरवा जीआरपी को लिखित रूप से दी है. महिला यात्री ने बताया कि ट्रेन में कई यात्रियों के साथ डकैतों ने हथियार का भय दिखाकर डकैती की घटना को अंजाम दिया.
इसी दौरान उनके पास से एक मोबाइल फोन, 5200 रुपये नकद, सोने का चेन, लॉकेट, अंगुठी, कानबाली, झुमका, मंगलसूत्र के अलावा चांदी का पायल भी लूट लिया. इस दौरान पटना व साहिबगंज के यात्रियों के साथ भी लूटपाट की.
मालदा आरपीएफ व जीआरपी को सूचना, नहीं हुई कार्रवाई : महिला यात्री प्रियंका का कहना है कि ट्रेन में डकैती की घटना की जानकारी मालदा आरपीएफ व जीआरपी को दी गयी बावजूद वहां किसी प्रकार का कोई एक्शन नहीं लिया गया. उसके बाद ट्रेन फरक्का होते हुए बरहरवा पहुंची.
इस दौरान जब ट्रेन बरहरवा पहुंची तो यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा. इस पर आरपीएफ इंस्पेक्टर जेके सिन्हा व बरहरवा जीआरपी थाना प्रभारी अर्जुन तिवारी बरहरवा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को समझा-बुझा कर शांत कराया. जीआरपी थाना प्रभारी अर्जुन तिवारी ने बताया कि उनके क्षेत्र में घटना नहीं घटी है फिर भी बरहरवा थाना में जीरो एफआइआर लेकर सिलीगुड़ी व मालदा को स्थानांतरित कर दिया जायेगा.
यात्रियों ने साहिबगंज रेलवे स्टेशन पर किया हंगामा
साहिबगंज. ट्रेन में डकैती से नाराज यात्रियों ने मालदा, बरहरवा सहित कई स्टेशनों में ट्रेन डकैती का मामला दर्ज कराया है. वहीं पटना जा रही दो महिला यात्री ने साहिबगंज रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रूकते ही बोगी से बाहर निकल कर ट्रेन में चल रहे टीटीइ एस यादव पर जमकर भड़ास निकाली. वहीं मौके पर पहुंचे रेल पुलिस के जवान अजय कुमार को देखते ही महिला ने अपना आपा खो दिया.
कहा कि आप लोग यात्रियों को सुरक्षित यात्रा नहीं करा सकते हैं फिर किस काम हैं आप. महिलाओं ने रेल सुरक्षा पर बड़ा सवाल उठाया और सुरक्षा प्रहरी को अविलंब बरखास्त करने की मांग की. टीटीइ द्वारा काफी समझाने बुझाने के बावजूद भी महिला ने अपने चेहरे पर जख्म का निशान फटे कपड़े दिखा कर रो पड़ी. महिलाओं ने आरोप लगायी कि ट्रेन में दो बजे सुबह से हम लोग चीख रहे थे. लेकिन किसी ने सुधि नहींं ली. इधर जीआरपी थाना प्रभारी शिवशंकर प्रसाद ने बताया कि मामले की जांच कर बहुत जल्द आरोपितों की गिरफ्तारी होगी.