दार्जिलिंग. पर्व-त्योहार का मौसम बीतने के साथ ही अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर गोरखा जन मुक्ति मोरचा (गोजमुमो) ने बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है. दिल्ली के पूर्व घोषित कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गोजमुमो का पूर्व-सैनिक संगठन ‘भारतीय गोरखा भूतपूर्व सैनिक मोरचा’ आगामी सोमवार को बैठक करने जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि गत 21 अक्तूबर को गोजमुमो की केंद्रीय कमिटि की बैठक हुई थी. इसमें गोरखालैंड की मांग को प्रभावशाली बनाने के लिए आगामी 16 नवंबर से 16 दिसंबर तक होने जा रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान 9 दिसंबर से 16 दिसम्बर तक दिल्ली में धरना-प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया था. इसी सिलसिले में सोमवार को भारतीय गोरखा भूतपूर्व सैनिक मोरचा की बैठक बुलायी गयी है. इस बैठक में तय होगा कि किस क्षेत्र से कितने सदस्य धरना-प्रदर्शन में शामिल होने जायेंगे.
यह जानकारी पूर्व सैनिक मोरचा के सूत्रों ने दी. गोजमुमो गोरखालैंड की मांग को तेजी देने के लिए रविवार को मिरिक में एक बड़ी जनसभा भी करने जा रहा है. इस जनसभा को मोरचा प्रमुख विमल गुरूंग संबोधित करेंगे. इसी तरह आगामी 13 नवंबर को कालिम्पोंग में, 20 नवंबर को कर्सियांग में, 27 नवंबर को दार्जिलिंग में और 4 दिसंबर को सिलीगुड़ी के पास सुकना में जनसभा करने का कार्यक्रम है. इन जनसभाओं में मोरचा प्रमुख विमल गुरूंग समेत मोरचा के विधायकगण व केंद्रीय नेतृत्व मौजूद रहेगा.