सिलीगुड़ी. नशे में मारपीट, हत्या आदि की खबरे तों मिलती थीं, लेकिन नशे में आकर देवी-देवताओं से भिड़ने की खबर आयी है. सोमवार की सुबह ऐसा ही एक वाकया सिलीगुड़ी थाना अंतर्गत जलपाईमोड़ के एक काली पूजा मंडप में घटा है. एक नशेड़ी सुबह के समय मंडप में घुसा और प्रतिमाओं पर हमला कर दिया. काफी कोशिश के बाद भी स्थानीय लोग उसे पकड़ नहीं पाये. उसने मां काली के साथ रहने वाली डाकिनी-जोगिनी को निशाना बनाया और उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया. हांलाकि लोगों को देखकर वह मां काली की प्रतिमा को नुकसान नहीं पहुंचा पाया. बाद में पूजा आयोजक कमिटी ने सिलीगुड़ी पुलिस थाने को मामले की जानकारी दी.
सोमवार को यह घटना जलपाईमोड़ स्थित शक्ति संघ क्लब द्वारा आयोजित काली पूजा मंडप में घटी. क्लब के सदस्य वरुण राय ने बताया कि सुबह नशे में धुत एक युवक पूजा मंडप की ओर बढ़ रहा था. मंडप में घुसकर उसने अचानक तांडव करना शुरू कर दिया. कभी कलश को लात मारता, तो कभी मां काली के साथ मौजूद डाकिनी-जोगिनी पर हमला करने लगा. इस क्रम में मूर्ती भी क्षतिग्रस्त हो गयी. स्थानीय निवासी सैकत सरकार ने उसे मंडप में ताडंव करते देखकर रोका. ना मानने पर सैकत ने उसे दो-चार थप्पड़ भी लगाया. फिर वह भाग कर एस एफ रोड इलाके से किसी दिलीप को बुलाकर लाया. उसने भी खूब गर्मागर्मी की और चाकू दिखाकर सैकत को मारने की धमकी दी. हल्ला, चिल्ला सुनकर स्थानीय अन्य लोग इकठ्ठा होने लगे. लोगों को देखकर नशेड़ी और उसका साथी दिलीप घटनास्थल से फरार हो गये. बाद में घटना की जानकारी सिलीगुड़ी पुलिस थाने को दी गयी. जानकारी मिलते ही पुलिस पहुंची. वरुण राय ने बताया कि घटना की शिकायत थाने में दर्ज करायी जायेगी.
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों दुर्गापूजा के समय सप्तमी के दिन उत्तर बंग विश्वविद्यालय परिसर में भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आया था. रात के समय कुछ अज्ञात लोगों ने मिलकर स्थापित देवी दुर्गा की प्रतिमा सहित गणेश, लक्ष्मी, सरस्वती, कार्तिक आदि की मूर्तियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था. मामले की शिकायत करने के बाद माटिगाड़ा थाने की पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था.