सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद नगर निगम ने महानंदा नदी को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए मुहिम छेड़ दी है. अब अतिक्रमणकारियों पर नगर निगम की गाज गिरनेवाली है. इसके लिए निगम ने कमर कसनी शुरू कर दी है. इसके तहत महानंदा नदी के किनारे अवैध खटालों व तीन-चार मंजिलें पक्के मकानों को हटाया जायेगा. साथ ही फुटपाथ और सड़क किनारे, बस पड़ाव व नालों पर बने अवैध दुकानों-मकानों को खुद हटाने के लिए अतिक्रमणकारियों को नोटिस भेजा जा रहा है. इसमें सात दिनों का समय दिया जा रहा है.
तय समयावधि में अतक्रिमण नहीं हटाने पर निगम सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दे रहा है और जबरन अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दे रहा है. इसके लिए निगम के पर्यावरण एवं कचरा निस्तारण विभाग के मेयर परिषद सदस्य (एमएमआइसी) मुकुल सेनगुप्त ने निगम आयुक्त सोनम वांग्दी भूटिया और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर शहर को अतिक्रमण मुक्त करने और महानंदा नदी की साफ-सफाई के लिए जल्द मुहिम चलाने का निर्देश दिया है.
केवल मीडिया पॉपुलरिटी : नांटू पाल
निगम के वाम बोर्ड द्वारा अतक्रिमण हटाने की मुहिम पर विरोधी दल तृणमूल के नेता नांटू पाल ने कटाक्ष करते हुए कहा- ‘यह केवल मीडिया पॉपुलरिटी है.’ श्री पाल ने कहा बोर्ड मीटिंग में उन्होंने खुद शहर को अतक्रिमण मुक्त करने के लिए आवाज उठायी थी, लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया. बोर्ड के मेयर व सदस्य केवल मीडिया में छाने के लिए राजनैतिक स्टंट करते रहते है. उन्होंने कहा कि केवल बोलकर नहीं, काम करके दिखायें तो मानें.
पुलिस नहीं करती सहयोग : मुकुल सेनगुप्त
एमएमआइसी मुकुल सेनगुप्त का कहना है कि शहर में अतिक्रमण को बरदाश्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने स्वीकार किया कि पुलिस का असहयोग अतिक्रमण हटाने में रोड़ा बना हुआ है और बार-बार मुहिम चलाने के बावजूद निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों को बैरंग लौटना पड़ता है. लेकिन अब मुहिम चलाने से पहले निगम द्वारा पुलिस प्रशासन से सहयोग करने के लिए लिखित आवेदन किया जायेगा.