यह कहना है माहेश्वरी सभा सिलीगुड़ी के अध्यक्ष बनवारीलाल करनानी का. वह बुधवार को माहेश्वरी सेवा सदन के सभा कक्ष में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान मीडिया को संबोधित कर रहे थे. श्री करनानी ने मीडिया के सामने श्री जैन के इस कार्यक्रम को पूर्वांचल भारत में अब-तक का पहला अनोखा कार्यक्रम होने का दावा किया. कार्यक्रम संयोजक गौरी प्रसाद तोषणीवाल ने मीडिया को बताया कि श्री जैन देश भर में अब-तक कुल 382 संस्कार शिविरों के माध्यम से लाखों युवक-युवतियों खासकर बहनों के लिए आदर्श मार्गदर्शक बन गये हैं. श्री तोषणीवाल ने बताया कि सिलीगुड़ी में इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं पर हावी हो रही पाश्चात्य संस्कृति आज इन्हें अपने मूल समाज, संस्कृति, भाषा से दूर करती जा रही है.
आलम यह है कि समाज में तलाक, अल्हड़पन, खराब लत युवाओं के बीच फैशन का रूप ले रहा है. उन्होंने कहा कि अगर युवाओं को आज से संभालने की हम बड़ों ने कोशिश नहीं की तो समाज ही नहीं बल्कि देश का भविष्य भी बिगड़ जायेगा. प्रेस-वार्ता के दौरान निवर्तमान अध्यक्ष चंद्रप्रकाश मोहता ने बताया कि कार्यक्रम में केवल युवा ही नहीं बल्कि बड़ों का भी प्रवेश निःशुल्क है. लेकिन इस कार्यक्रम में कुल हजार लोगों को ही प्रवेश दिया जायेगा. प्रेस-वार्ता के दौरान सचिव विनय अमृत मूंधड़ा, प्रकाश विहानी, राजेश मूंधड़ा ने भी मीडिया को संबोधित किया.