दार्जिलिंग: तकवर क्षेत्र के पातलेबास स्थित गोरखा जन मुक्ति मोरचा कार्यालय में रविवार जीटीए चीफ विमल गुरूंग की अध्यक्षा में एक बैठक हुई. इसमें गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) ने त्रिवेणी में तीर्थस्थल बनाने की बात कही. श्री गुरूंग ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हमलोगों ने त्रिवेणी में तीर्थस्थल बनाने का निर्णय लिया है, जिसका नाम ‘त्रिवेणी आरती तीर्थ स्थान’ रखा गया है.
श्री गुरूंग ने कहा कि इस परियोजना पर करीब डेढ़ सौ से दो सौ करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है. त्रिवेणी आरती तीर्थ स्थान पर ब्रह्मा, विष्णु और महेश की विशाल मूर्तियां स्थापित की जायेंगी. श्री गुरूंग ने इसी स्थान पर एक संस्कृत स्कूल भी खोलने की बात कही. उन्होंने त्रिवेणी क्षेत्र में एक वृद्धाश्रम भी बनाने का संकेत दिया.