सिलीगुड़ी. केंद्रीय राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) के अधिकारियों ने एक बार फिर से सिलीगुड़ी में सोने की तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. डीआरआइ ने सोमवार की शाम गुप्त सूचना के आधार पर अलीपुरद्वार से सिलीगुड़ी आ रही एक गैर सरकारी बस में छापामारी अभियान चलाया और 9 किलो सोने के साथ भरत सोनार (51) नाम के एक स्वर्ण व्यवसायी को गिरफ्तार कर लिया.
वह स्वर्ण व्यवसायी जयगांव से सोना लेकर सिलीगुड़ी आ रहा था. डीआरआइ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उसने अपने कमर में एक विशेष प्रकार की बेल्ट लगा रखी थी जिसमें 7 किलो सोना भरा हुआ था. इसके अतिरिक्त दो किलो सोने को टुकड़े के आकार में उसने अपने हैंड बैग में छिपा रखा था. डीआरआइ द्वारा बस में छापामारी अभियान के बाद जब उसकी चेकिंग की गयी, तो कमर में लगे विशेष किस्म के बेल्ट को देखकर डीआरआइ अधिकारियों का माथा ठनका. बेल्ट के खोलने के बाद उसमें सोना देखकर डीआरआइ अधिकारियों के होश उड़ गये.
पहली बार बेल्ट में सोने की तस्करी का मामला सामने आया है. उसके जब हैंड बैग की जांच की गयी, तो उसमें भी दो किलो सोना पाया गया. जब्त सोने की बाजार कीमत दो करोड़ 37 लाख 65 हजार 300 रुपये है. यह सोना स्वीट्जरलैंड का है. डीआरआइ सूत्रों ने बताया कि िस्वट्जरलैंड से सोने को पहले चीन लाया गया और चीन से तस्करी कर भूटान के पारो शहर में लाया गया.
पारो से सोने को निकटवर्ती भारतीय शहर जयगांव भेज दिया गया था. आरोपी भरत सोनार कल ही ट्रेन से वहां पहुंचा था और सोने की खेप लेकर सिलीगुड़ी आ रहा था. इसी क्रम में उसकी गिरफ्तारी हो गयी. आरोपी सिलीगुड़ी के हैदरपाड़ा स्थित इस्कॉन मंदिर रोड का रहने वाला है. डीआरआइ सूत्रों ने बताया कि वह इससे पहले भी कई बार सोने की तस्करी कर चुका है. पूछताछ के दौरान उसने कई तथ्यों का खुलासा किया है. वह मुख्य रूप से सोने की तस्करी कर सिलीगुड़ी तथा कोलकाता के कई स्वर्ण व्यवसायियों को आपूर्ति का काम करता था. पूछताछ के दौरान ऐसे कई स्वर्ण व्यवसायियों के नाम सामने आये हैं. डीआरआइ सूत्रों ने कहा कि आने वाले दिनों में इस मामले से जुड़े होने वाले कई स्वर्ण व्यवसायियों की गिरफ्तारी हो सकती है. इस बीच, स्वर्ण व्यवसायियों को सोने की आपूर्ति करने वाले एक तस्कर की गिरफ्तारी की खबर के बाद यहां के कई स्वर्ण व्यवसायियों के होश उड़े हुए हैं.
14 दिनों की जेल हिरासत: डीआरआइ ने आरोपी भरत सोनार को कड़ी सुरक्षा के बीच सिलीगुड़ी के एसीजेएम अदालत में पेश किया गया. जज देवांजन घोष ने मामले की सुनवाई की और आरोपी को 14 दिनों के लिए जेल हिरासत में भेज दिया.