इसे लेकर विपक्ष के नेता नांटु पाल ने आज निगम में आयुक्त सोनम वांग्दी भूटिया से शिकायत भी की है. सिलीगुड़ी नगर निगम के नव नियुक्त मेयर अशोक भट्टाचार्य ने पदभार संभालते ही सिलीगुड़ी कार्निवाल बंद किये जाने की घोषणा की थी. उनका कहना था कि हर वर्ष ही करोड़ों रुपये खर्च कर बेवजह इस प्रकार के कार्निवाल का आयोजन किया जाता है. उन्होंने इसके स्थान पर वार्ड उस्तव शुरू करने की घोषणा की थी.
अशोक भट्टाचार्य के इस निर्णय के बाद से विपक्ष तृणमूल कांग्रेस ने उनके खिलाफ हमला बोल दिया है. तृणमूल कांग्रेस के नेता तथा सिलीगुड़ी नगर निगम में विपक्षी दल के नेता नांटु पाल ने अशोक भट्टाचार्य के इस निर्णय की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि बोर्ड बैठक से पहले किसी भी प्रकार का निर्णय मेयर अशोक भट्टाचार्य नहीं ले सकते. अगर उन्हें सिलीगुड़ी कार्निवाल बंद करना ही था तो इसको लेकर पहले उन्हें बोर्ड बैठक में उठाना चाहिए था. बोर्ड बैठक के निर्णय के बाद ही वह कोई फैसला ले सकते थे. उन्होंने अशोक भट्टाचार्य के इस निर्णय की कड़ी अलोचना करते हुए कहा कि यदि आने वाले दिनों में बोर्ड बैठक के बिना वह किसी प्रकार का निर्णय करेंगे तो उसका विरोध किया जायेगा. नांटु पाल ने इस मामले में सिलीगुड़ी नगर निगम के कमिश्नर सोनम वांग्दी भुटिया को भी एक ज्ञापन दिया है.