सभी वार्डो के कांग्रेस प्रत्याशी एवं समर्थक इस सम्मेलन में शामिल हुए. श्री चौधरी ने सभी उम्मीदवारों से मुलाकात की और उनकी हौसला अफजाई की. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी जब केंद्र में भाजपा की जीत हुई थी और अटल बिहार बाजपेयी ने सरकार बनायी थी, तब भी कहा जा रहा था कि देश से कांग्रेस खत्म हो गयी है.
उसके बाद जब लोकसभा चुनाव हुआ तो भाजपा की करारी हार हुई और कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में आयी. उसके बाद कांग्रेस ने 10 वर्षो तक शासन किया. कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है. अभी यह पार्टी भले ही कमजोर दिखे, लेकिन शीघ्र ही पार्टी मजबूत होकर उभरेगी. उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इतने भारी बहुमत से जीत के बाद भी केंद्र सरकार कुछ नहीं कर पा रही है. नरेंद्र मोदी ने जितने वादे किये थे, उसमें से अब तक एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है.
यही कारण है कि दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार हुई. भाजपा का विजय रथ दिल्ली में रूक गया है और अब इसके आगे बढ़ने की संभावना नहीं है. श्री चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में भी भाजपा की शक्ति में वृद्धि हुई थी. तब से लेकर अब तक राजनीति में काफी बदलाव हुआ है. भाजपा की जो लोकप्रियता थी, वह अब खत्म हो गया है. उन्होंने राज्य के सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस पर आतंक फैलाने का भी आरोप लगाया. श्री चौधरी ने कहा कि निकाय चुनावों में तृणमूल कांग्रेस के लोग विपक्ष को दबाने की कोशिश में लगे हुए है. कांग्रेस प्रत्याशियों को डराया-धमकाया जा रहा है और उन्हें चुनाव प्रचार करने से रोका जा रहा है.
उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवारों तथ समर्थकों से तृणमूल कांग्रेस के साथ मुकाबला करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि एकजुट होकर तृणमूल कांग्रेस के साथ मुकाबला करने से ही पार्टी की जीत होगी. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि इस बार सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की जीत होगी और पार्टी एक बार फिर से बोर्ड बनाने में सफल रहेगी. श्री चौधरी ने कहा कि पिछलीबार सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में कांग्रेस ने तृणमूल के साथ बोर्ड का गठन किया था. मेयर गंगोत्री दत्ता ठीक से सिलीगुड़ी के विकास के लिए काम कर रही थी, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के एमआइसी तथा काउंसिलरों ने उन्हें धोखा दिया. तृणमूल के एमआइसी तथा काउंसिलर भ्रष्टाचार में लगे रहे. सभी ने जमकर रुपया बनाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बोर्ड के कामकाज को देखते हुए सिलीगुड़ी की जनता इस बार नगर निगम चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों को वोट देगी.