जलपाईगुड़ी : रानाघाट दुष्कर्म मामले के बाद सेंट कैपिटानियो मिशनरी बालिका उच्च विद्यालय में अज्ञात पत्र मिलने से मिशनरी की शिक्षिका व विद्यार्थी भयभीत हैं. मिशनरी स्कूल में भेजे गये पत्रों में शिक्षिकाओं को जल्द स्कूल छोड़ कर चले जाने की धमकी दी गयी है.
इस घटना की खबर राज्य सचिवालय नवान्न तक पहुंचते ही मुख्यमंत्री ने जलपाईगुड़ी जिला पुलिस को मामले की जांच का निर्देश दिया है.स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर दी गयी है. स्कूल परिसर में अस्थायी रूप से पुलिस पिकेटिंग जारी है. रानाघाट में नन के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले के बाद बीते तीन-चार दिनों से इस मिशनरी स्कूल में सफेद कागज में काले अक्षरों से हिंदी भाषा में एक के बाद एक धमकी भरे खत भेजे गये. स्कूल का चारों ओर ऊंचे दीवारों से घेराबंदी है.
दीवार के ऊपर से खतों को स्कूल के भीतर फेंका गया है. इस स्कूल में करीब 1200 छात्रा पढ़ती हैं. सभी डुवार्स इलाके के हिंदी भाषी छात्रा हैं. स्कूल के भीतर आवासन में कुछ सिस्टर रहती हैं. स्कूल में धमकी भरे खतों के आने के बाद से सिस्टर अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है. सिस्टर्स ने मामले की जानकारी लिखित रूप से कोलकाता स्थित मिशनरी के सदर कार्यालय में दी थी. वहां से घटना की जानकारी सीधे मुख्यमंत्री को दी गयी.
उल्लेखनीय है कि जलपाईगुड़ी व अलीपुरद्वार जिले के चाय बागान बहुल डुवार्स इलाके के अंगरेजी माध्यम के कई मिशनरी स्कूल हैं. दूसरे मिशनरी स्कूलों में भी इस तरह के खत आये हैं या नहीं, पुलिस इसकी जांच कर रही है. दूसरी ओर, इस बारे में स्कूल मिशनरी प्रबंधन ने कुछ भी टिप्पणी करने से मना कर दिया. जिला पुलिस अधीक्षक आभारू रवींद्रनाथ ने बताया कि मिशनरी प्रबंधन की शिकायत के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. स्कूल में पुलिस बल तैनात किये गये हैं.