हाथी ने 13 साल में 28वीं बार तोड़ा विद्यालय का भवन
नागराकाटा : हाथी की हमले में एक श्रमिक का मौत हो गयी. हाथियों ने राज्य स्तर से पुरस्कृत सरकारी प्राथमिक विद्यालय को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया.
हाथी के हमले में मारे गये श्रमिक का नाम बसंत लोहार है. उसकी उम्र 45 वर्ष है. वो बामंनडागा चाय बागान के जयबांगला लाईन निवासी है. घटना ने इलाके में आतंक का माहौल छाया हुआ है. उसी इलाके में अवस्थित राज्य स्तर का शिशु मित्र पुरस्कार प्राप्त सरकारी प्राथमिक विद्यालय टंडुटीजी स्टेट प्लान प्राथमिक विद्यालय को भी हाथियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है. यह विद्यालय अब तक 28 बार हाथी के हमले का शिकार हो चुका है.
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डायना और गोरूमारा के निकट अवस्थित बामनडांगा चाय बागान में रविवार शाम एक दतैल हाथी गांव पर हमला किया. हाथी के हमले में बसंत लोहार बुरी तरह जख्मी हो गया. जख्मी अवस्था में स्थानीय लोगों ने उसे सुलकापाडा अस्पताल पहुंचाया. वहां से उसे माल बाजार मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ले जाया गया. वहां से फिर उसे उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज सिलीगुड़ी रेफर कर दिया गया, लेकिन रात करीब दो बजे बसंत लोहार ने दम तोड़ दिया.
इधर, टंडुटिजी स्टेट प्लान सरकारी प्राथमिक विद्यालय पर एक बार फिर हाथियों ने हमला कर दिया. दीवार तोड़कर हाथी विद्यालय में प्रवेश किया और डेस्क बेंच एंव अन्य सामग्रियों को क्षतिग्रस्त कर दिया. पिछले 18 वर्षों में हाथियों का यह 28वां हमला था. स्थानीय अभिभावक विजय उरांव ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चे यहां पढ़ाई लिखाई करते हैं, बार बार इसके क्षतिग्रस्त होने की खबर से हमें काफी दुख पहुंचा है. विद्यालय के प्रधान शिक्षक दीपक बरुवा ने कहा कि किस तरह विद्यालय को चला रहा हूं यह मैं ही जानता हूं.
ग्राम पंचायत की ओर से विद्यालय के चारों ओर सुरक्षा दीवार निर्माण कर देने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन यह केवल आश्वासन ही रह गया. वन विभाग वन्य प्राणी शाखा गोरूमारा डिवीजन के डीएफओ निशा गोस्वामी ने कहा कि हाथी हमलों को रोकने के लिए वन कर्मी में लगातार प्रयास कर रहे हैं. उन्हें और सजग रहने का निर्देश दिया जायेगा.