बैठक में राज्य पर्यटन विभाग की मुख्य सचिव भी हुईं शामिल
सिलीगुड़ी : राज्य पर्यटन विभाग उत्तर बंगाल के विभिन्न पर्यटन स्थ्लों को नये सिरे से सौंदर्यीकरण करने की योजना बना रहा है. जिसमें दार्जिलिंग के बोटेनिकल गार्डन को भी शामिल किया गया है. वोटेनिकल गार्डेन में कई पौधों की प्रजाति विलुप्ति के कगार है. इसको संरक्षित करने की दिशा में कई ठोस कदम उठाये जायेंगे. इसके सौंदर्यीकरण पर लगभग 10 करोड़ की राशि खर्च होगी. इसके लिए राज्य पर्यटन विभाग तथा वन विभाग एक साथ मिलकर काम करेगी.
इसके अलावा अन्य जगहों के टूरिस्ट स्पॉट का भी कायाकल्प होगा. जिसमें करोड़ों की लागत आयेगी. ये बातें पर्यटन मंत्री गौतम देव ने कही. सोमवार को मैनाक टूरिस्ट लॉज में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक के बाद वे पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. बैठक में मुख्य रूप से राज्य पर्यटन विभाग की मुख्य सचिव नंदिनी चक्रवर्ती भी मौजूद थी.
पत्रकारों से बात करते हुए गौतम देव ने कहा कि दार्जिलिंग के चौक बाजार स्थित बोटेनिकल गार्डन 16 हेक्टेयर जमीन पर फैला हुआ है. इस गार्डेन में ऐसे कई पेड़ पौधे है जो देश के अन्य स्थानों पर नहीं पाये जाते. देश-विदेश से पर्यटक इस गार्डन की खूबसूरती का लुत्फ उठाने आते हैं. उन्होंने कहा कि बोटेनिकल गार्डन दार्जिलिंग शहर के बीचोंबीच है.
1857 में इसकी शुरुआत हुई थी. यहां मिलने वाला पेड़ देश के किसी भी कोने में नहीं पाया जाता है. जिस वजह से इसका महत्व और ज्यादा बढ़ जाता है. मंत्री ने बताया कि गार्डेन तक जाने के लिए थाना तथा सुपर मार्केट होकर दो रास्ता गुजरता है.
उन्होंने बताया कि इसका वैकल्पिक रास्ता बनाने पर भी जोर दिया जा रहा है. इसके अलावे बोटानिकल गार्डेन में ग्रीन हाउस, वार्टर बॉडी, पॉली हाउस, इंटरनल रोड, ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के साथ उसके सौंदर्यीकरण पर लगभग 10 करोड़ के आसपास लागत आयेगी. इसे लेकर एक रिपोर्ट भी जमा दिया गया है. मंत्री ने बताया कि फॉरेस्ट डिपार्टमेंट इस काम को करेगी. जहां राज्य पर्यटन विभाग द्वारा पूरा सहयोग किया जायेगा. मंत्री ने बताया कि यहां कई कॉटेज है.
उसे भी तैयार किया जायेगा. इसके अलावे बैठक में मिरिक में विकास कामों को लेकर भी चर्चा की गयी. जिसमे मिरिक झील के सौंदर्यीकरण का काम भी शामिल है. इस काम को यूडीएमए डिपार्टमेंट करेगी. इसको लेकर टेंडर प्रक्रिया जारी है. गौतम देव ने बताया कि माल बाजार में टूरिस्ट लॉज को तोड़कर उसे नये सिरे से तैयार किया जा रहा है.