कुमारग्राम : रायडाक 2 नंबर नदी से चारों ओर से घिरा छोटे से गांव में लगभग हजार परिवारों का निवास है. सरकारी विभिन्न परिसेवा पाने के लिए ग्रामिणों को नदी पार कर दुर्गम रास्ते से उसपार पहुंचना पड़ता है. यहां तक कि रोजमर्रा के काम काज के लिए भी लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ता है.
आरोप है कि कुमारग्राम ब्लॉक के खोआरडांगा 1 नंबर ग्राम पंचायत के दुर्गम धनतली टापु के निवासियों की इस दूभर जीवन गाथा जानते हुए भी कोई कुछ नहीं करता है. इस गांव में एक प्राथमिक स्कूल व एक आंगनवाड़ी केंद्र भी है. लेकिन इस टापु के लोग सरकारी सुविधाओं से वंचित रह जाते है. बारिश के दिनों में यह समस्या विकराल रूप धारन करती है. नदी में उफान होने से रास्ता दुर्गम हो जाता है.
धनतली टापु का निवासी देव दास ने कहा कि पहले यह नदी गांव की पश्चिम दिशा से बहती थी. लेकिन अब यह गांव की पूर्व दिशा से बहना शुरू कर दिया है. धीरे धीरे गांव को चारों ओर से रायडाक नदीं ने घेर लिया है. अब नाव ही एकमात्र यातायात का साधन बन गया है. बच्चों को प्राथमिक स्कूल पास करने के बाद नदी पार करके हाईस्कूल में जाना पड़ता है.
प्रसूती मांओं की समस्या सबसे जटिल है. उन्हें भी नदी पार कर स्वास्थ्य केंद्र ले जाना पड़ता है. नवजात बच्चों को लेकर नाव से नदी पार कर स्वास्थ्य केंद्र जाने में बच्चे और बीमार हो जाते है. ऐसे में गांव के लोगों ने टापु में जूनियर हाई स्कूल व स्वास्थ्य केंद्र की मांग उठायी है.