दुर्घटना के बाद पति चलने फिरने से है लाचार
इलाज व परिवार चलाने के लिए मुख्यमंत्री से मांगी नौकरी
अलीपुरद्वार :‘दीदी के बोलो’ कार्यक्रम में दिये गये फोन नंबर पर अलीपुरद्वार की एक गृहवधू ने सपरिवार इच्छा मृत्यु का आवेदन किया है. अलीपुरद्वार के चापरेरपाड़ इलाके के निवासी प्रदीप मालाकार 2016 साल में बाइक दुर्घटना के बाद चलने फिरने से लाचार होकर बिस्तर पर पड़ा है. इससे बेरोजगार हो गया. अपनी ज्वेलरी की दुकान थी लेकिन वह अब बंद है. पीछले तीन वर्षों में सारी जमा पुंजी इलाज में खत्म हो गयी हैं. हैदराबाद, उड़िशा व बेंगालुरु में इलाज कराने का कोई फायदा नहीं हुआ.
मां, पत्नी एवं छह साल का एक बच्चा को लेकर उसका परिवार है. पैसी की कमी के कारण बच्चे की पढ़ाई भी रोक रखी है. पत्नी सुस्मिता मालाकार ने कहा कि वह दो दिन पहले ‘दीदी के बोलो’ मुहिम के तहत दिये गये फोन नंबर पर फोन किया. उसने सरकार से पति के इलाज का खर्च उठाने व खुद के लिए एक रोजगार की मांग की. ऐसा नहीं होने पर स्वेच्छामृत्यू की अनुमती मांगी.
उसने बताया कि दीदी ही एक रोजगार की व्यवस्था कर परिवार को बचा सकती है. वरना मौत ही एकमात्र रास्ता होगा इन सब परेशानियों से बचने का. दंपत्ति ने आरोप लगाते हुए कहा कि अब तक इलाके के किसी जनप्रतिनिधि ने उनलोगों से मुलाकात तक नहीं की. अलीपुरद्वार शहर के समीप चापरेरपाड़ 1 नंबर ग्राम पंचायत के श्मशानखला इलाके का यह परिवार चरम आर्थिक तंगी के बीच दिन गुजार रहा है.