एकदिवसीय व्यापार बंद. शहर की मंडियों में पूरी तरह ठप रहा कारोबार
Advertisement
42 करोड़ से अधिक का नुकसान
एकदिवसीय व्यापार बंद. शहर की मंडियों में पूरी तरह ठप रहा कारोबार बड़ी पूंजीवाली कंपनियों के खिलाफ व्यापारियों का फूटा आक्रोश विभिन्न कारोबारी संगठनों ने निकाली प्रतिवाद रैली एसडीओ कार्यालय का घेराव कर सौंपा ज्ञापन सिलीगुड़ी : केंद्र सरकार की व्यापार विरोधी नीति व बड़ी पूंजीवाली देशी-विदेशी रिटेल कंपनियों के विरुद्ध सिलीगुड़ी के कारोबारियों का […]
बड़ी पूंजीवाली कंपनियों के खिलाफ व्यापारियों का फूटा आक्रोश
विभिन्न कारोबारी संगठनों ने निकाली प्रतिवाद रैली
एसडीओ कार्यालय का घेराव कर सौंपा ज्ञापन
सिलीगुड़ी : केंद्र सरकार की व्यापार विरोधी नीति व बड़ी पूंजीवाली देशी-विदेशी रिटेल कंपनियों के विरुद्ध सिलीगुड़ी के कारोबारियों का गुस्सा फूट पड़ा. पर्यटन मंत्री गौतम देव के अनुरोध के बावजूद कारोबारियों ने सोमवार को दिन भर आंदोलन कर अपना विरोध जताया. पहले से तय आंदोलन के तहत थोक कारोबारियों व डिस्ट्रीब्यूटरों ने दिनभर अपना व्यापार बंद रखा.
सिलीगुड़ी में एक दिन के व्यापार बंद से 42 करोड़ से भी अधिक का नुकसान हुआ है. वहीं केंद्र व राज्य सरकार को भी करोड़ों के राजस्व की भी हानि हुई है. यह कहना है इस्टर्न एबीसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के संयोजक सुरजीत पाल का. उन्होंने यह आंकड़ा गल्ला मंडी नयाबाजार व डिस्ट्रीब्यूटर के एक दिन के कारोबार के हवाले से मीडिया के सामने रखा.
अगर अन्य थोक कारोबार जैसे कपड़ा व चाय कारोबार को जोड़ा जाये तो यह आंकड़ा काफी बढ़ जायेगा. जबकि सिलीगुड़ी मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपाल खोरिया का कहना है कि केवल गल्ला मंडी नयाबाजार में तकरीबन 20 करोड़ का नुकसान हुआ है. वहीं नॉर्थ बंगाल डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के अध्यक्ष निलाद्रि मजूमदार के मुताबिक केवल सिलीगुड़ी में विभिन्न कंपनियों के डिस्ट्रीब्यूटरों को 22 करोड़ से भी अधिक का नुकसान पहुंचा है.
इसके तहत उत्तर बंगाल में गल्ला सामान की सबसे बड़ी नयाबाजार मंडी में सभी दुकानों में कारोबार ठप रहा. इसके साथ ही पूर्वोत्तर क्षेत्र की व्यापार व उद्योग से जुड़ी सबसे बड़ी संस्था इस्टर्न एबीसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के बैनर तले सिलीगुड़ी मर्चेंट्स एसोसिएशन (एसएमए), सिलीगुड़ी डिस्ट्रिब्यूटर एसोसिएशन, नॉर्थ बंगाल डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन, हार्डवेयर मर्चेंट्स एसोसिएशन व अन्य सभी स्तर के कारोबारी संगठन नयाबाजार के बिहार मोड़ पर आंदोलन के लिए एकजुट हुए.
यहां से सभी चेकपोस्ट से सटे वेगा सर्कल मॉल के सामने पहुचे और शहर के विभिन्न हिस्सों में विशाल प्रतिवाद रैली निकाली. रैली सेवक रोड, तीन माइल होते हुए सालुगाड़ा स्थित देश की नामी रिटेल चेन कंपनी के मेगा स्टोर के सामने पहुंचकर घेराव-धरना प्रदर्शन में तब्दील हो गयी. यहां आंदोलनकारी कारोबारियों ने तकरीबन घंटे भर प्रदर्शन कर केंद्र सरकार व देशी-विदेशी कंपनियों के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. यहां से प्रदर्शनकारी हिलकार्ट रोड के मल्लागुड़ी स्थित एसडीओ कार्यालय पहुंच कर उसका घेराव किया.
बाद में प्रदर्शनकारियों का एक प्रतिनिधि दल इस्टर्न एबीसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के संयोजक सुरजीत पाल, एसएमए के अध्यक्ष गोपाल खोरिया, महासचिव गौरीशंकर गोयल, कार्यकारिणी सदस्य नीरज गुप्ता, नॉर्थ बंगाल डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के अध्यक्ष निलाद्रि मजूमदार व हार्डवेयर मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप सिंहल व सचिव विजय गुप्ता ने प्रभारी एसडीओ सिराज दानेश्वर को ज्ञापन देकर बड़ी पूंजीवाली देशी-विदेशी रिटेल कंपनियों के व्यापार करने के तरीकों से थोक व खुदरा व्यापार को होनेवाले नुकसान से अवगत कराया.
साथ ही ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व वित्त मंत्री अमित मित्रा को भी भेजने का अनुरोध किया. दिल्ली विश्वविद्यालय से इकॉनोमिक्स के छात्र रह चुके एसडीओ साहब को कारोबारियों की तकलीफों का पहले से एहसास था. हालांकि उन्होंने कारोबारियों को व्यापार मंद होने व मल्टीनेशनल व देशी रिटेल कंपनियों के व्यापार करने के कई तरह के अत्याधुनिक तरीकों से रूबरू कराया. जिन्हें सुनकर व्यापारी भी अचंभित हो उठे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement