नागराकाटा : 20 माह के बाद नागराकाटा में नवोदय विद्यालय का निर्माण कार्य आरम्भ हुआ. शनिवार को विद्यालय निर्माण कार्य का शिलान्यास नवनिवार्चित भाजपा सांसद जॉन बारला ने किया. पिछले 20 माह से जमीन दखलकारी विद्यालय निर्माण का भारी विरोध कर रहे थे. जिसके कारण विद्यालय निर्माण कार्य नहीं हो पाया था. नागराकाटा राष्ट्रीय राजर्माग के निकट राज्य सरकार ने विद्यालय निर्माण के लिए 80 एकड़ जमीन हस्तांतरण किया गया था.
जहां भगतपुर चाय बागान के चाय श्रमिक काफी वर्षों से खेतीबारी करते हुए आ रहे थे. कृषक जमीन छिन जाने के भय से आंदोलन में उत्तर आते हैं. कुछ दिन पहले विद्यालय निर्माण करने के लिए बालू-पत्थर गिरने के बाद कृषक फिर से आंदोलन में उतर आते हैं. आदिवासी कृषक किसी हाल में जमीन नहीं छोड़ने की धमकी प्रशासन को देते हैं. आंदोलनकारियों के साथ बातचीत करते है. उसके बाद समस्या समाधान होने की बात कही जा रही है. शिलान्यस के दौरान जमीन दखलकारियों को सम्मानित भी किया गया.
सांसद जॉन बारला ने कहा कि जमीन आंदोलनकारियों के साथ किसी ने भी ठीक से बात नहीं की. आंदोलनकारियों की मांगें हैं. इस पर हमें पूर्ण सहानुभूति है. गौरतलब है की अलीपुरद्वार को जलपाईगुड़ी से अलग होने के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से नागराकाटा में नवोदय विद्यालय निर्माण के लिए चयन किया गया था. वर्तमान नागराकाटा बंगला उच्च विद्यालय परिसर में नवोदय विद्यालय का अस्थाई रुप से पठन-पाठन चल रहा है.
स्थाई विद्यालय के लिए 2017 अक्टूबर माह में रष्ट्रीय सड़क के निकट 80 बीघा जमीन चिह्नित किया गया था. ब्लॉक भूमि कार्यालय की ओर से पहले ही बता दिया गया था, सरकारी खाते में जमीन वह खास जमीन है. इसी कारण वहां विद्यालय निर्माण के लिए स्वीकृति दी गयी है. लेकिन कृषकों का कहना था कि कृषक ब्रिटिशकालीन समय से वहां खेतीबारी करते हुए आ रहे थे. इसलिए मालिकाना हक जताते हुए कृषकों ने आंदोलन शुरू कर दिया था. समस्या समाधान के लिए कई बार प्रशसान के साथ बैठक के बाद नतीजा नहीं निकला.
आज जमीन के पास मंच बनाकर शिलान्यास किया गया. उस कार्यक्रम में जमीन दखलकारियों को सम्मानित भी किया गया. बाद में सांसद ने विद्यालय निर्माण कार्य आरम्भ करते हुए शिलान्यास किया. इस कार्यक्रम में नागराकाटा पंचायत समिति सदस्य तथा नागराकाटा भाजपा एक नंबर मंडल कमेटी सभापति संतोष हाती, चंपागुड़ी ग्राम पंचायत सदस्य तथा जलपाइगुड़ी जिला भाजपा उपाध्यक्ष मनोज भुजेल एवं अन्य उपस्थित थे. विद्यालय निर्माण का दायित्व नेशनल प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन के अधीन है.
उस संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर नीरज प्रधान ने कहा कि आगामी दो वर्ष के अंदर निर्माण कार्य समाप्त हो जाएगा. जमीन दाखलकारी पक्ष से रतन माझी ने कहा कि हमलोगों ने शिक्षा के स्वार्थ के लिए जमीन छोड़ा है. हमलोगों की मांग है कि प्रतिवर्ष नागराकाटा से 10 विद्यार्थियों को भर्ती लेना होगा. विद्यालय निर्माण में जमीन दखलकारी कृषकों को काम देना होगा. विद्यालय चालू होने के बाद कृषकों को उनके योग्यता के अनुसार सरकारी काम दिया जाए.