हल्दिया : चक्रवाती तूफान फोनी के बंगाल में कदम रखने से पहले ही इससे निपटने के लिए दीघा और उससे सटे तटीय इलाकों में सभी तैयारियां कर ली गयी हैं. आइला से अधिक शक्तिशाली इस चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए प्रशासन कोई जोखिम नहीं उठाना चाहता.
हल्की बारिश-तेज हवा और समुद्री लहरों के सामान्य से अधिक ऊंची होने के अलावा शुक्रवार शाम तक दीघा में फोनी का प्रभाव नहीं देखा गया था. दीघा से अधिकतर पर्यटक चले गये हैं. तेज हवाओं के चलते एक पुराना पुलिस कैंप टूट गया है. इसके अलावा दिन भर कोई दूसरी अप्रिय घटना नहीं हुई. लेकिन प्रशासन इसे लेकर बेहद सतर्क है.
पर्यटकों को वहां से हटाने की व्यवस्था कर दी गयी है. दक्षिण बंगाल राष्ट्रीय परिवहन संस्था की ओर से पर्यटकों को लौटाने के लिए 50 बसों की व्यवस्था की गयी है. शुक्रवार से पांच मई तक हर आधे घंटे के अंतराल पर दीघा से बस रवाना होगी. समुद्र तट पर सुरक्षा और कड़ी कर दी गीय है. दीघा के अलावा कांथी महकमा के पांच तटीय ब्लॉक के करीब 22 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.
पांच आश्रय केंद्र बनाये गये हैं. बोजन, पानी और चिकित्सा की व्यवस्था उन आश्रय केंद्रों में की गयी है. पूर्व मेदिनीपुर के डीएम पार्थ घोष ने कहा कि समूचे जिले में स्थिति नियंत्रण में है. अभी तक कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है. नंदकुमार में तेज हवाओं के चलते 25 कच्चे घर टूटे हैं. स्थिति पर नजर रखी जा रही है. शुक्रवार सुबह 9.15 बजे नंदकुमार के बहिचबेड़िया गांव में करीब 40 सेकेंड तक तेज हवाएं चली.