सिलीगुड़ी : प्रभात खबर की ओर से खोजी पत्रकारिता सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में स्टॉल आवंटन में घपले को परत-दर-परत उजागर कर रही है. प्रशासन इसे लेकर पहले ही हरकत में आ चुका है और अब राजनीतिक खेमों में भी हलचल शुरू हो गयी है. सिलीगुड़ी के माकपा विधायक अशोक भट्टाचार्य, जो कि शहर के मेयर भी हैं, ने विधायक की हैसियत से पूरे मामले की जांच कराने और मौजूदा बाजार कमेटी को भंग करने की मांग की है.
उन्होंने कहा है कि जांच होने तक कमेटी के अध्यक्ष व सचिव को उनके दायित्व से हटा दिया जाये, ताकि निष्पक्ष जांच हो सके.
श्री भट्टाचार्य ने राज्य के कृषि विपणन मंत्री तपन दासगुप्त को मंगलवार को एक चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने कहा है कि सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में 62 स्टॉलों के आवंटन में हुआ घपला एक समाचारपत्र में धारावाहिक ढंग से प्रकाशित हो रहा है. जो तथ्य सामने आ रहे हैं वो बताते हैं कि इस घपले में रेगुलेटेड मार्केट कमेटी के वर्तमान सचिव, कुछ कर्मचारी और शासक दल के कई लोग संलिप्त हैं. यहां तक कि कमेटी की अध्यक्ष सह दार्जिलिंग की जिला अधिकारी की भूमिका भी सवालों के घेरे में है.
श्री भट्टाचार्य ने पत्र में लिखा है कि सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट राज्य का एक सफलतम रेगुलेटेड मार्केट है. लेकिन काफी दिनों से इसका संचालन ठीक से नहीं हो रहा है. इसे देखते हुए कृषि विपणन मंत्री के इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप की जरूरत है. श्री भट्टाचार्य ने पूरे मामले की एक उच्चस्तरीय स्वतंत्र जांच कराये जाने की मांग की है, जिसके लिए जांच कमेटी के गठन की जरूरत है.
जांच निष्पक्ष ढंग से हो सके, इसके लिए बाजार कमेटी को तुरंत भंग करके वर्तमान सचिव को हटाकर उनकी जगह किसी साफ-सुथरी छविवाले अधिकारी को इसका दायित्व दिया जाये. इसी तरह जांच होने तक कमेटी अध्यक्ष को भी उनके दायित्व से अलग रखा जाये.
बता दें कि इस मामले में दार्जिलिंग की जिला अधिकारी सह बाजार कमेटी की अध्यक्ष जयसी दासगुप्त पहले ही अपने व सचिव के दस्तखत नकल करके बनाये जाने की शिकायत सिलीगुड़ी साइबर थाने में दर्ज करा चुकी हैं.