रायगंज : चुनावकर्मी राजकुमार राय के मामले को लेकर रायगंज के एसडीओ से बदतमीजी करने की घटना के संबंध में पुलिस ने एक और आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किया है. रायगंज थाना पुलिस ने भरतपुर हाई स्कूल के शिक्षक संजीत दास को शनिवार की रात अशोकपल्ली स्थित उनके निवास से गिरफ्तार किया.
इनको लेकर इस मामले में अब तक तीन शिक्षकों की गिरफ्तारी हो चुकी है. उल्लेखनीय है कि पहले से गिरफ्तार दो शिक्षकों प्रदीप सिन्हा और मनोज भौमिक की सोमवार को अदालत के समक्ष पेशी होगी. जानकारी अनुसार इस मामले में उत्तर दिनाजपुर जिला पुलिस और प्रशासन ने और 62 शिक्षकों की पहचान कर उनके खिलाफ मामले दर्ज करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है.
उल्लेखनीय है कि पीठासीन अधिकारी राजकुमार राय की रहस्यजनक मृत्यु की निष्पक्ष जांच और चुनावकर्मियों को सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांगों को लेकर विगत 16 मई को शिक्षकों ने आंदोलन किया था. शहर के घड़ी मोड़ इलाके में शिक्षकों ने पथावरोध कर उक्त घटना पर अपना विरोध जताया. उसी समय स्थिति को नियंत्रित करने के लिये मौके पर रायगंज के एसडीओ टीएन शेर्पा पहुंचे. उसी दौरान एसडीओ को शिक्षकों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. आरोप है कि आंदोलनकारी शिक्षकों ने एसडीओ के साथ धक्कामुक्की करने के अलावा उन्हें मुक्का और घूंसे जमाकर प्रहार करने के अलावा उन पर पानी उड़ेला. आरोप यह भी है कि एसडीओ पर जूते फेंके गये. उस घटना के बाद ही एसडीओ के सुरक्षाकर्मी ने घटना की वीडियो फुटेज के साथ हमले की शिकायत थाने में दर्ज करायी. उसके बाद पुलिस ने मामले की जांच करते हुए पहले दो और फिर बाद में एक शिक्षक को गिरफ्तार किया. आरोपी शिक्षकों के खिलाफ गैरजमानती धाराओं के तहत मामले दर्ज किये गये. उधर, एसडीओ के प्रताड़ना मामले में शिक्षकों की गिरफ्तारी के बाद से शिक्षक समाज में बौखलाहट दिखायी देने लगी. शिक्षकों ने अपना आंदोलन जारी रखा. उन्होंने गिरफ्तार शिक्षकों की रिहाई के अलावा मृत राजकुमार राय की मौत मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाना शुरु किया. इस बीच आंदोलनरत शिक्षकों ने आगामी सोमवार को इस मसले को लेकर रायगंज के इंस्टीच्यूट पार्क में गण-कॉनवेंशन बुलायी गयी है. वहां वरिष्ठ अधिवक्ता विकासरंजन भट्टाचार्य की विशेष उपस्थिति रहने की बात है. और उसी दिन सोमवार को आरोपी दो शिक्षकों की पेशी होने वाली है. इस बीच एक और शिक्षक की गिरफ्तारी से शिक्षक समुदाय में उबाल है.
शिक्षकों की गिरफ्तारी की सांसद ने की निंदा
रायगंज : पीठासीन अधिकारी राजकुमार राय की अस्वाभाविक मौत को लेकर हुए आंदोलन के दौरान रायगंज के एसडीओ को प्रताड़ित किये जाने के मामले में शिक्षकों की एक-एक कर गिरफ्तारी की सांसद मोहम्मद सलीम और पूर्व मंत्री श्रीकुमार मुखर्जी ने कड़ी आलोचना की है. माकपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सलीम ने रविवार को कहा कि रात के अंधेरे में शिक्षकों को गिरफ्तार कर पुलिस भय का माहौल बना रही है. इस तरह की घटना की निंदा करते हुए सांसद ने कहा कि राज्य सरकार सहकर्मी की मौत को लेकर चल रहे अराजनैतिक आंदोलन को दबाना चाहती है. इसीलिये ये गिरफ्तारियां हो रही हैं. आंदोलनकारी राजकुमार राय के मामले को लेकर सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं जबकि राज्य सरकार सीआईडी की जांच की बात कह रही है. लेकिन कहीं से कोई जांच होती दीख नहीं रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार वाक् स्वाधीनता पर कुठाराघात कर रही है. सोशल मीडिया तक को शक ही निगाह से देखा जा रहा है. निगरानी रखी जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि राजकुमार राय के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने में तीन दिन लगे. सरकार को यह पता होना चाहिये कि किसी भी आंदोलन को गोली-बंदूक से दबाया नहीं जा सकता है. उसे यह मांग मान लेनी चाहिये.
उधर, पूर्व मंत्री श्रीकुमार मुखर्जी ने कहा कि रायगंज की आम जनता और शिक्षक समाज दहशत में है. एक शिक्षक की मौत के मामले को बेहद हल्के में लिया जा रहा है. राजकुमार राय के मौत मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिये थी. लेकिन हम लोग सीआईडी और सीबीआई के बीच झूल रहे हैं. सवाल है कि मौत मामले की जिम्मेदारी वाले एसडीओ, जिलाधिकारी और बीडीओ के खिलाफ कौन जांच करेगा? ऐसा नहीं कर किसने एसडीओ पर पानी का छींटा दिया उसके लिये शिक्षक समाज को प्रताड़ित करना कहां तक उचित है.