सिलीगुड़ी : पूरे राज्य में तानाशाही का माहौल है. राज्य सरकार किसी भी कीमत पर विरोधियों की आवाज कुचलना चाहती है. राज्य की मुख्यमंत्री के इशारे पर ही विरोधी पार्टियों को दबाया जा रहा है. एक तरह से राज्य में अघोषित आपातकाल की स्थिति बनी हुई है.
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राज्य में जारी है तानाशाही
सिलीगुड़ी : पूरे राज्य में तानाशाही का माहौल है. राज्य सरकार किसी भी कीमत पर विरोधियों की आवाज कुचलना चाहती है. राज्य की मुख्यमंत्री के इशारे पर ही विरोधी पार्टियों को दबाया जा रहा है. एक तरह से राज्य में अघोषित आपातकाल की स्थिति बनी हुई है. ये बातें कभी तृणमूल के नंबर दो नेता […]
ये बातें कभी तृणमूल के नंबर दो नेता रहे मुकुल राय ने कही हैं. मुकुल राय वर्तमान में भाजपा में हैं और अपनी पार्टी को मजबूत बनाने के लिए पूरी जोर आजमाइश कर रहे हैं. खासकर उत्तर बंगाल पर उनकी विशेष निगाहें टिकी हुई हैं.
भाजपा में शामिल होने के बाद से अब तक मुकुल राय कई बार उत्तर बंगाल दौरे पर आ चुके हैं. वह एक बार फिर से उत्तर बंगाल दौरे पर हैं. इसी क्रम में मुकुल राय कोलकाता से ट्रेन द्वारा एनजेपी स्टेशन पहुंचे. यहीं उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राज्य की तृणमूल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला. श्री राय ने कहा कि राज्य में लोकतंत्र को कुचला जा रहा है.
यहां तक कि हाइकोर्ट के आदेश की भी अनदेखी की जा रही है. विरोधियों को राजनीतिक कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी जा रही है. किसी भी प्रकार की जनसभा के लिए हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ता है. हाइकोर्ट के आदेश के बाद विरोधी पार्टी अपना राजनीतिक कार्यक्रम करते हैं, लेकिन इसमें भी राज्य सरकार अड़ंगा लगाने की कोशिश करती है. श्री राय ने आगे कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में जब सिद्धार्थ शंकर राय मुख्यमंत्री थे, तब के तरह ही वर्तमान में यहां के राजनैतिक हालात हैं. राज्य की तृणमूल सरकार सिद्धार्थ शंकर राय के जमाने की याद करा रही है.
संकल्प यात्रा को रोकने की लगातार होती रही है कोशिश
श्री राय ने कहा कि भाजयुमो द्वारा संकल्प यात्रा की शुरूआत की गयी है. राज्य सरकार ने पहले संकल्प यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी थी. इसके लिए भाजपा को हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा था. हाइकोर्ट की अनुमति से भाजपा राज्य में संकल्प यात्रा निकाल रही है. प्रशासन द्वारा हाइकोर्ट की अनुमति के बाद भी इस यात्रा को रोके जाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यात्रा के रूट में बदलाव किया जा रहा है और भाजपा समर्थकों को डराया-धमकाया जा रहा है. ऐसा लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि इससे पहले वाममोर्चा सरकार के द्वारा भी ज्यादती की जाती थी, लेकिन तब हालात इतने खराब नहीं थे. ज्योति बसु जब मुख्यमंत्री थे तब विरोधियों को जनसभा अथवा राजनीतिक कार्यक्रम करने से नहीं रोका जाता था. अब स्थिति पूरी तरह से बदल गयी है. राज्य की वर्तमान तृणमूल सरकार सिद्धार्थ शंकर राय के रिकार्ड को भी तोड़ने में लगी है. इससे पहले एनजेपी स्टेशन उतरने पर भाजपा समर्थकों ने मुकुल राय का जोरदार स्वागत किया. मुकुल राय एनजेपी स्टेशन से सड़क मार्ग से सीधे कूचबिहार रवाना हो गये. कूचबिहार में ही संकल्प यात्रा का समापन होना है.
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