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दो बांग्ला स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से होगी पढ़ाई

फणींद्रदेव व सुनीतिबाला में इसी शिक्षा सत्र से दाखिले का निर्देश दोनों स्कूलों ने कहा : निर्देश का किया जायेगा पालन शिक्षकों की कमी की अपनी समस्या भी बतायी जलपाईगुड़ी : जिले के दो उच्च माध्यमिक विद्यालयों को बांग्ला के साथ अंग्रेजी माध्यम करने का निर्देश शिक्षा विभाग ने दिया है. दो में लड़कों के […]

फणींद्रदेव व सुनीतिबाला में इसी शिक्षा सत्र से दाखिले का निर्देश

दोनों स्कूलों ने कहा : निर्देश का किया जायेगा पालन
शिक्षकों की कमी की अपनी समस्या भी बतायी
जलपाईगुड़ी : जिले के दो उच्च माध्यमिक विद्यालयों को बांग्ला के साथ अंग्रेजी माध्यम करने का निर्देश शिक्षा विभाग ने दिया है. दो में लड़कों के एक स्कूल और लड़कियों के एक स्कूल को अंग्रेजी माध्यम करने का निर्देश जिले में पहुंचा है. इस निर्देशानुसार जलपाईगुड़ी शहर के फणींद्रदेव इंस्टीट्यूशन और सुनीतिबाला सदर गर्ल्स हाइस्कूल को चुना गया है. जिला शिक्षा विभाग की ओर से इन दोनों स्कूलों को दाखिले से संबंधित निर्देश जारी किये गये हैं. इससे पहले जिले के एक प्राइमरी और एक जूनियर हाइस्कूल को अंग्रेजी माध्यम में बदला जा चुका है और वहां अच्छी तरह से क्लास भी चल रहे हैं. इन दोनों स्कूलों से पास करके निकलनेवाले छात्र-छात्राओं को परेशानी नहीं हो, इसके लिए फणींद्रदेव इंस्टीट्यूशन और सुनीतिबाला सदर गर्ल्स हाइस्कूल को अंग्रेजी माध्यम बनाया जा रहा है.
आजकल बड़ी संख्या में अभिभावक अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं. लेकिन अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई अमूमन प्राइवेट स्कूलों में ही उपलब्ध है. प्राइवेट स्कूलों की मोटी फीस देख बहुत से अभिभावक अपनी इच्छा मारकर बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाते हैं. या फिर अंग्रेजी माध्यम के नाम पर गली-मोहल्ले के निम्न स्तरीय प्राइवेट स्कूलों में भेजते हैं. अंग्रेजी के प्रति इस आग्रह को देखते हुए कई साल पहले जिले में दो अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक विद्यालय चालू किये गये.
इनमें से एक है महंतपाड़ा विवेकानंद इंगलिश एकेडमी और दूसरा है सतीश लाहिड़ी इंगलिश मीडियम स्कूल. इन दोनों स्कूलों को अभिभावकों ने काफी पसंद किया. इनमें से एक स्कूल चौथी तक है, तो दूसरा आठवीं तक. अब शिक्षकों व अभिभावकों की चिंता थी कि अंग्रेजी माध्यम से आठवीं पास कर निकल रहे छात्र-छात्राएं आखिर कहां दाखिला लेंगे. इस समस्या के समाधान के लिए सरकार की तरफ से जिले के दो हाइस्कूल को बांग्ला के साथ अंग्रेजी माध्यम करने का निर्देश दिय गया है.
अंग्रेजी माध्यम बनाने के लिए दोनों हाइस्कूलों का चयन कर लिया गया है. लेकिन अंग्रेजी में पढ़ाई के लिए जो बुनियादी ढांचा चाहिए, उसे लेकर सवाल बना हुआ है. इस बारे में सुनीतिबाला सदर गर्ल्स हाइस्कूल की प्रधान शिक्षिका अपर्णा बागची ने कहा कि बांग्ला मीडियम के उनके स्कूल में छात्राओं की संख्या 1800 से ऊपर है. इसकी तुलना में शिक्षिकाओं की संख्या बहुत कम है. नौ शिक्षिकाओं के पद खाली पड़े हुए हैं. जल्द ही एक और शिक्षिका सेवानिवृत्त होनेवाली हैं. इतनी प्रतिकूल परिस्थितयों के बावजूद सरकारी निर्देश का पालन करते हुए हम अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई शुरू करने जा रहे हैं.
वहीं फणींद्रदेव इंस्टीट्यूशन के प्रधान शिक्षक ने कहा, हमलोगों को भी निर्देश मिला है. फिलहाल बांग्ला माध्यम के शिक्षकों को लेकर ही अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं भी शुरू करेंगे. स्कूल की ओर से अंग्रेजी माध्यम के लिए अलग से शिक्षकों की नियुक्ति का अनुरोध विद्यालय की ओर से किय गया है. इस बारे में पूछे जाने पर जिला विद्यालय निरीक्षक (माध्यमिक) स्वपन सामंत ने कहा कि राज्य शिक्षा दफ्तर से आये निर्देश को हमने दोनों स्कूलों तक पहुंचा दिया है. चालू शिक्षा वर्ष से अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई शुरू कराने का निर्देश है.

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