साथ ही योगदान करते ही प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति के पैनल के पुनविन्यास संबंधी महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर उन्हेांने यह समझा दिया कि उन्हें उनके पद से हटाया नहीं गया. हालांकि धरती मोहन राय ने अपनी सफाई में कहा कि उन्हें उनके पद से हटाये जाने को लेकर कोई निर्देश उन्हें नहीं मिला इसलिए उन्होंने फिर से इस काम में योगदान किया. उल्लेखनीय है कि 15 सितंबर को अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को प्री मैट्रिक स्कालरशिप रजिस्ट्रेशन को लेकर मुद्दा बनाना एवं नोटिस में पूजा के समय स्कूल खोलने को लेकर विवाद पैदा होते ही शिक्षा मंत्री ने उन्हें पद से हटाने की घोषणा की थी.
इसके बाद कोलकाता से शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने मीडिया के सामन धरतीमोहन राय को हटाने की घोषणा की. शिक्षा मंत्री की इस घोषणा के बाद तृणमूल के प्राथमिक शिक्षक समिति, राजवंशी क्षत्रीय समिति ने धरती मोहन राय की पुनर्बहाली की मांग की. यहां तक कि धरतीमोहन खुद शिक्षा मंत्री व पार्टी नेतृत्व से बात करने के लिए कोलकाता पहुंचे. धरतीमोहन ने स्पष्ट रूप से बताया कि उन्होंने जिलाधिकारी के मौखिक निर्देश के मुताबिक पहला व संशोधित निर्देश को निकाला. इधर, गुरुवार को धरतीमोहन राय दोपहर को संसद कार्यालय में पहुंचे. कार्यालय के कर्मी उन्हें देखकर हैरान हो गये. वह खुद अपने चेंबर में गये एवं तीन प्राथमिक विद्यालयों में दुर्गा पूजा की अनुमति दी. साथ ही धूपगुड़ी ब्लाक में दो प्राथमिक विद्यालय में दो आंगनबाड़ी केंद्र चालू करने की अनुमति पत्र पर हस्ताक्षर किया.