सिलीगुड़ी: गोरखा जनमुक्ति मोरचा(गोजमुमो) के अग्रणी नेता तथा जीटीए के पूर्व सभासद नर्बु लामा को सीआइडी ने सिलीगुड़ी से गिरफ्तार कर लिया है. सरकारी संपत्ति नष्ट करने, पुलिस अधिकारियों पर जानलेवा हमला करने व देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने सहित विभिन्न 25 धाराओं के तहत नर्बु लामा को गिरफ्तार किया गया है. शनिवार दोपहर सीआइडी ने आरोपी को सिलीगुड़ी जिला अदालत में पेश किया . अदालत ने जमानत याचिका खारिज करते हुए सात दिनों के रिमांड पर सीआइडी को सौंप दिया है.
अलग गोरखालैंड राज्य के लिए आंदोलन के दौरान दार्जिलिंग पहाड़ पर बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी हुई है. पुलिस के साथ संघर्ष में आंदोलनकारियों के साथ ही कई पुलिस कर्मी भी जख्मी हुए हैं. इसको लेकर गोजमुमो के कई धाकड़ नेताओं के खिलाफ दार्जिलिंग पुलिस ने मामला दर्ज किया है. उन्हीं में नर्बु लामा का नाम भी शामिल है.
राज्य सरकार ने इन मामलों की जांच सीआइडी को सौंप दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाल ही में नर्बु लामा पहाड़ से नीचे उतरे थे. भनक लगते ही सीआइडी की टीम ने जाल बिछाया और शुक्रवार की देर रात भक्ति नगर थाना अंतर्गत सालूगाड़ा इलाके से उन्हें गिरफ्तार कर लिया. शनिवार दोपहर को श्री लामा को सिलीगुड़ी जिला अदालत में पेश कर सीआइडी ने रिमांड मांगी. दार्जिलिंग पुलिस द्वारा दर्ज मामला 115/17 के तहत नर्बु लामा के खिलाफ 147, 148, 149, 153 सहित कुल 25 धाराएं लगायी गयी हैं. जिनमें से कई गैरजमानती धाराएं है.
देश के संविधान में भरोसा: नर्बु लामा की अदालत में पेशी के दौरान शंकर अधिकारी सहित अन्य गोजमुमो नेता सिलीगुड़ी अदालत परिसर में मौजूद थे. शंकर अधिकारी ने बताया कि आंदोलन में प्राय: सभी पहाड़वासी शामिल है. यदि राज्य सरकार गोरखालैंड आंदोलनकारियों को गिरफ्तार करने पर उतरी है तो पूरे पहाड़ को गिरफ्तार करना होगा. हम गणतांत्रिक पद्धति से लगातार आगे बढ़ रहे हैं. नर्बु लामा को गिरफ्तार किये जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि उनपर लगायी गयी सभी धाराएं गलत है. फिर भी हम कानूनी कार्रवाई में दखल नहीं देगें. देश के संविधान पर हमें पूरा विश्वास है.