बेटी का इलाज जारी
कोलकाता. एसआइआर गणना फॉर्म न मिलने से परेशान एक मां ने अपनी छह साल की बेटी के साथ आत्महत्या करने की कोशिश की थी. उसने अपनी बेटी और खुद जहर खा ली थी. दोनों को एसएसकेएम (पीजी) अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि, महिला को बचाया नहीं जा सका. सोमवार को मौत हो गयी. पारिवारिक सूत्रों के अनुसार बच्ची की हालत स्थिर है. मृतका का नाम आशा सोरेन था. वह हुगली जिले के धनेखाली थाना अंतर्गत सोमसपुर-2 ग्राम पंचायत के कननदी की निवासी थी. पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, आशा की शादी लगभग दस साल पहले हरिपाल में हुई थी. वहां पारिवारिक अशांति के कारण, वह अपने पिता के घर धनेखाली लौट आई. वह पिछले चार साल से अपनी बेटी के साथ वहीं रह रही थी. हालांकि उसके पिता के घर में सभी को गणना फॉर्म मिल गया था, केवल आशा को नहीं मिला. दूसरी ओर, उसके ससुराल वालों से भी कोई संपर्क नहीं है. नतीजतन, यह पता लगाने का कोई तरीका नहीं है कि वहां गणना फॉर्म दिया गया है या नहीं. परिवार का दावा है कि दुल्हन ने यही सब सोचते-सोचते मानसिक अवसाद के चलते जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की.आशा और उनकी बेटी को शनिवार सुबह सबसे पहले धनियाखाली ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां प्राथमिक उपचार के बाद, उन्हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल भेज दिया गया. सोमवार को आशा की मौत हो गयी. दुल्हन के भाई अमर मुर्मू ने कहा- शादी के बाद से ही मेरी बहन का नाम उसके ससुराल की मतदाता सूची में था. यहां कुछ भी नहीं है और उसे एसआइआर फॉर्म भी नहीं मिला. मैंने उसे ऑनलाइन फॉर्म भरने को कहा था, लेकिन वह बहुत चिंतित थी कि क्या होगा.
धनियाखाली विधायक असीमा पात्रा रविवार को दुल्हन के पिता के घर गईं. उन्होंने कहा, अभिषेक बनर्जी ने मामले की जानकारी मिलने के बाद दोनों के इलाज की व्यवस्था की. उन्होंने हर तरह के सहयोग का आश्वासन भी दिया.
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