आरोपी ने अस्पताल में डॉक्टर दिखाने में भी की मदद कोलकाता. फूलबागान स्थित बीसी रॉय शिशु अस्पताल से सोमवार दोपहर एक महिला छह महीने के बच्चे को लेकर फरार हो गयी, जिसके बाद अस्पताल परिसर में अफरातफरी मच गयी. अस्पताल में व्यापक तलाश के बावजूद बच्चा और महिला का कोई पता नहीं चलने पर फूलबागान थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी गयी. शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आयी और सीसीटीवी फुटेज की मदद से महिला की पहचान कर बच्चे की खोज शुरू की. शाम होने से पहले पुलिस ने उत्तर काशीपुर थाने की सहायता से भांगड़ डिविजन के निबुंधिया गांव से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. इस मामले में सबीना बीबी उर्फ श्यामली मंडल को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि श्यामली ने बच्चे को क्यों चुराया. उसे मंगलवार को सियालदह अदालत में पेश किया जायेगा. भांगड़ के छेले गोआलिया गांव के निवासी मोनिरुल मोल्ला और मंजिला बीबी की छह महीने की इकलौती संतान कुछ दिनों से बुखार, सर्दी और खांसी से पीड़ित थी. सोमवार सुबह मंजिला बच्चे को लेकर बस से बीसी रॉय शिशु अस्पताल जा रही थी. इसी दौरान बस में उसकी मुलाकात निबुंधिया की गृहिणी श्यामली से हुई. बस से उतरने के बाद दोनों ने करुणामयी-फूलबागान मार्ग पर एक ऑटो साझा किया. श्यामली ने खुद को अस्पताल की नर्स बताते हुए बच्चे को अपनी गोद में ले लिया और अस्पताल पहुंचकर आउटडोर विभाग में डॉक्टर को दिखाने में भी मदद की. डॉक्टर ने बच्चे के लिए कुछ दवाइयां लिखीं. जांच में सामने आया कि सुबह करीब 11 बजे मंजिला दवाइयां लेने गयी थी. दोनों के बीच विश्वास बढ़ चुका था, इसलिए उसने बच्चे को श्यामली के पास छोड़ दिया. लेकिन पांच मिनट बाद लौटने पर उसने देखा कि न तो उसका बच्चा है और न ही वह महिला (श्यामली). मां की चीख-पुकार सुनते ही आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े. काफी तलाश के बाद भी बच्चा नहीं मिला, तो मंजिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने फौरन जांच शुरू की और अस्पताल व आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. फुटेज में महिला सियालदह स्टेशन के आसपास दिखायी दी. पुलिस ने फुटेज अन्य थानों को भी भेज दिये. जिस बस से दोनों आये थे, वह जमीरगाछी–करुणामयी रूट की थी. आरोपी महिला जमीरगाछी और सोनपुर के बीच बस में चढ़ी थी, इसलिए उत्तर काशीपुर थाने की टीम ने भी अलग से जांच शुरू की. पुलिस ने आसपास के गांवों में सीसीटीवी तस्वीरें बांटीं. इसके बाद निबुंधिया गांव के एक किराना दुकानदार ने पुलिस को सूचना दी कि श्यामली उसी गांव की रहने वाली है और वह दोपहर में एक बच्चे को लेकर घर लौटी थी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को बरामद कर महिला को गिरफ्तार कर लिया. अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि श्यामली का बीसी रॉय अस्पताल के किसी कर्मचारी से कोई संपर्क था या क्या वह किसी बाल तस्करी गिरोह का हिस्सा है?
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