बारिश कम होने के बाद भी हावड़ा का बेलूर ईएसआइ अस्पताल अभी भी पानी में डूबा हुआ है. अस्पताल परिसर में पानी जमा होने से सांप, मेंढक और मच्छर पनप रहे हैं
हावड़ा. बारिश कम होने के बावजूद हावड़ा का एक बड़ा हिस्सा अभी भी जलजमाव की समस्या से जूझ रहा है. इसका सबसे बुरा असर बेलूर ईएसआई अस्पताल पर पड़ा है. अस्पताल के अंदर और बाहर अभी भी पानी भरा हुआ है. लगातार जमा पानी के कारण परिसर में अब सांप, मेंढक और तरह-तरह के कीड़े-मकोड़े घूम रहे हैं, जिससे मरीजों और उनके रिश्तेदारों में डर का माहौल है. स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित: जलजमाव के कारण अस्पताल की ओपीडी सेवाएं बंद हैं और इन्हें दूसरी जगह से संचालित किया जा रहा है. डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी पानी में घुसकर मरीजों का इलाज करने के लिए मजबूर हैं. अस्पताल के कर्मचारियों का कहना है कि परिसर में जहरीले सांप भी दिख रहे हैं. एंबुलेंस चालकों के अनुसार, कई बार सांप एंबुलेंस के अंदर या बोनट पर भी आ जाते हैं, जिससे मरीजों की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है.
जल्द समाधान की उम्मीद: डोमजुर के विधायक कल्याण घोष ने इस समस्या पर बात करते हुए कहा कि अस्पताल सपुईपारा इलाके में स्थित है, जिसकी भौगोलिक स्थिति के कारण यहां आसानी से पानी भर जाता है. उन्होंने यह भी बताया कि बाली विधानसभा का पानी भी इसी क्षेत्र से होकर गुजरता है. घोष ने आश्वासन दिया कि जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए बेलूर स्टेशन से श्योरापोंटा नहर तक एक बड़ा नाला बनाने का काम शुरू हो गया है, जिससे भविष्य में इस तरह की स्थिति से बचा जा सकेगा.
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