संवाददाता, कोलकाता
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सोमवार को मतदाता पहचान पत्र (इपीआइसी) के दोहराव वाले अनुक्रमांक पर निर्वाचन आयोग के जवाब पर असंतोष प्रकट करते हुए कहा कि चुनाव निकाय को 24 घंटे के भीतर इस गलती को स्वीकार करनी चाहिए. राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओब्रायन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यदि आयोग ऐसा करने में विफल रहता है तो पार्टी मंगलवार की सुबह इस मुद्दे पर और दस्तावेज लेकर आयेगी.
ओब्रायन ने राज्यसभा में टीएमसी की उपनेता सागरिका घोष एवं लोकसभा सदस्य कीर्ति आजाद के साथ एक ही मतदाता फोटो पहचान पत्र (इपीआइसी) संख्या वाले पहचान पत्रों की सूची दिखायी और कहा कि उनमें से अधिकतर भाजपा शासित राज्यों के हैं. उन्होंने कहा, ‘इन लोगों को वोट देने के लिए दूसरे राज्यों से लाया जायेगा, जो अस्वीकार्य है.’ दो अलग-अलग राज्यों में मतदाताओं को एक जैसी मतदाता पहचान पत्र संख्या जारी किये जाने की खबरों के बीच, आयोग ने रविवार को कहा कि वह इस मसले को दुरुस्त करेगा और अपने प्रौद्योगिकी आधारित मंच को भी अद्यतन करेगा. इसने कहा कि कुछ मतदाताओं की इपीआइसी संख्या ‘एक समान हो सकती हैं’, लेकिन जनसांख्यिकीय जानकारी, विधानसभा क्षेत्र और मतदान केंद्र जैसे अन्य विवरण अलग-अलग हो सकते हैं.
ओब्रायन ने इसे ‘एपिक घोटाला’ करार देते हुए आरोप लगाया कि आयोग ने यह बयान तब जारी किया जब तृणमूल कांग्रेस ने घोषणा की कि वह इस मुद्दे पर संवाददाता सम्मेलन करने जा रही है. उन्होंने कहा, ‘निर्वाचन आयोग की सीमित सराहना है. मैं सीमित इसलिए कह रहा हूं क्योंकि आयोग त्रुटि मान रहा है लेकिन इसे स्वीकार नहीं कर रहा है.’ राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘हम निर्वाचन आयोग से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करते हैं कि वह अगले 24 घंटों में इसे स्वीकार कर ले. यदि ऐसा नहीं होता है तो हम मंगलवार सुबह नौ बजे एक और दस्तावेज साझा करेंगे.’ टीएमसी नेताओं ने भी इसकी गहन जांच की मांग की.
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