चौधरी ने कहा- मेरे खिलाफ की गयी साजिश, जो पार्टी देखी थी, अब वह नहीं रही कोलकाता. आसनसोल के पूर्व सांसद वंशगोपाल चौधरी को माकपा ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है. चौधरी पर पार्टी की एक महिला नेता को अश्लील मैसेज भेजने का आरोप लगा है. पार्टी की आंतरिक जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद उन्हें निष्कासित करने का फैसला लिया गया. छात्र आंदोलन से वह वाम राजनीति से जुड़े थे. वाममोर्चा सरकार में मंत्री भी थे. आसनसोल संसदीय सीट से दो बार सांसद भी चुने गये थे. बाद में वह सीटू से भी जुड़े. माकपा की राज्य कमेटी के सदस्य भी रहे थे. माकपा की एक महिला नेता ने आरोप लगाया था कि वह लगातार अश्लील मैसेज भेजा करते थे. पहले जिला कमेटी, बाद में राज्य कमेटी के पास इसकी शिकायत की. बाद में माकपा के नये सचिव मंडल की बैठक में उन्हें बहिष्कृत करने का फैसला लिया गया. जानकारी के मुताबिक, इस बारे में जिला नेतृत्व के साथ राज्य सचिव मोहम्मद सलीम व सचिव मंडल के दो सदस्यों ने बैठक की थी. इसके बाद शनिवार की देर रात को पार्टी नेता को बहिष्कृत करने के फैसले की जानकारी दी गयी. पार्टी विरोधी कार्य व एक महिला के साथ अशोभनीय व्यवहार करने के कारण उन्हें पार्टी के बहिष्कृत करने का फैसला लिया गया है. इसकी जानकारी मिलने के बाद चौधरी ने कहा कि उन पर जो आरोप लगाया गया है, वह बेबुनियाद है. उन्होंने पार्टी के ही कुछ नेताओं पर अंगुली उठायी. उन्होंने कहा कि जिन्होंने यह साजिश रची है, अंदर ही अंदर भाजपा के साथ उनकी सेटिंग है. उन्होंने सवाल उठाया कि पार्टी में कहां अनुशासन है. जिस पार्टी को उन्होंने देखा था, अब वह पार्टी नहीं रही.
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