कोलकाता.
केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल के छह शहरों में वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए 1089.78 करोड़ रुपये प्रदान किये गये हैं. ऐसी ही जानकारी सांसद जगन्नाथ सरकार के प्रश्न पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने दी है. मंत्रालय ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि महानगर के साथ-साथ दुर्गापुर, आसनसोल, हावड़ा, हल्दिया व बैरकपुर शहर में वायु प्रदूषण के नियंत्रण के लिए यह राशि प्रदान की गयी है. बताया गया है कि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने जनवरी 2019 में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) शुरू किया, जिसका उद्देश्य पश्चिम बंगाल के छह शहरों, कोलकाता, दुर्गापुर, आसनसोल, हावड़ा, हल्दिया और बैरकपुर सहित 130 शहरों में वायु गुणवत्ता में सुधार करना है. वायु गुणवत्ता में सुधार के उपाय करने हेतु शहर की कार्य योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए बंगाल के शहरों को 1089.78 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गयी है.बताया गया है कि भारत सरकार ने जैव विविधता के संरक्षण के लिए कई कदम उठाये हैं जिनमें सर्वेक्षण, सूचीकरण, वर्गीकरण सत्यापन और वनस्पति एवं जीव संसाधनों के खतरे का आकलन, योजना और निगरानी के साथ-साथ वनों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए एक सटीक डेटाबेस विकसित करने के लिए आकलन, राष्ट्रीय उद्यानों, वन्यजीव अभयारण्यों, संरक्षण और सामुदायिक रिजर्वों के संरक्षित क्षेत्र नेटवर्क की स्थापना व प्रतिनिधि पारिस्थितिकी प्रणालियों के संरक्षण के लिए बायोस्फीयर रिजर्व को नामित करना शामिल है.
बताया गया है कि पश्चिम बंगाल में कुल स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता 1,977.22 मेगावाट है. इसमें लघु पनबिजली से 98.50 मेगावाट, पवन ऊर्जा से 343.46 मेगावाट, जैव ऊर्जा से 194.06 मेगावाट और सौर ऊर्जा से 1,341.20 मेगावाट शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है