प्रत्येक घर से प्रतिमाह लिये जायेंगे 30 रुपये, फैसले का विरोध भी शुरू
हावड़ा. उलबेड़िया नगरपालिका ने घरों से कचरा उठाने पर मासिक शुल्क लेने का फैसला लिया है. इस फैसले को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है. विभिन्न राजनीतिक दलों ने इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. वहीं, मकान मालिकों का कहना है कि वे पंचायत को होल्डिंग टैक्स देते हैं. ऐसे में घरों से कचरा उठाने पर अलग से शुल्क लेने का फैसला समझ के परे हैं.
जानकारी के अनुसार, नगरपालिका की चेयरमैन इन काउंसिल (सीआइसी) की बैठक में प्रत्येक घर से साफ-सफाई के लिए प्रति माह 30 रुपये लेने का फैसला लिया गया. नगरपालिका के क्षेत्राधिकार में 75 हजार मकान और हजारों व्यवसायिक प्रतिष्ठान हैं. हाल ही में माइकिंग के जरिये लोगों को नये फैसले की जानकारी दी गयी.
इस संबंध में चेयरमैन अभय दास ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य स्वच्छ पर्यावरण और नागरिक सेवाओं में सुधार करना है. साफ-सफाई व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए यह फैसला लिया गया है. प्रत्येक घर में गीला और सूखा कचरा रखने के लिए नगरपालिका की ओर से हरे और नीले रंग की बाल्टी दी गयी है. सफाई कर्मचारी घर-घर जाकर कूड़ा-कचरा संग्रह करते हैं. इस व्यवस्था को सुचारू और बेहतर करने के लिए ही 30 रुपये का शुल्क लगाया गया है. वहीं, वार्ड 29 की भाजपा पार्षद अंजना अधिकारी ने कहा कि यह नगरपालिका की ज्यादती है. चूंकि विपक्षी पार्षदों की संख्या कम है, इसलिए इस नये फैसले को लागू कर दिया गया. इसके खिलाफ प्रदर्शन किया जायेगा.
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