केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गुवाहाटी में आयोजित वाटर वॉयज नॉर्थ ईस्ट 2025 में दी जानकारी कोलकाता. हुगली कोचीन शिपयार्ड में दो लक्जरी क्रूज शिप तैयार किये जा रहे हैं. इन्हें 2027 तक बना लिया जायेगा. 250 करोड़ रुपये की लागत बन रहे इन दोनों क्रूज को ब्रह्मपुत्र नदी में उतारा जायेगा. केंद्रीय राजमार्ग व जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के मुताबिक इसका उद्देश्य नदी पर्यटन को प्रोत्साहन देना है. गुवाहाटी में जल यात्रा पर आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री यह जानकारी दी. गुवाहाटी में आयोजित वाटर वॉयज नॉर्थ ईस्ट 2025 नामक इस कार्यक्रम को इंडिया मेरीटाइम वीक 2025 का ही आरंभिक चरण है. मंत्री श्री सोनोवाल ने कहा कि क्रूज भारत मिशन के तहत देश में 100 रिवर क्रूज टर्मिनल तैयार किये जा रहे हैं. 10 सी (समुद्री) क्रूज टर्मिनल बनाये जा रहे हैं. पांच मरीना (बंदरगाह की तरह जहाजों को रोकने-रखने की जगह) भी तैयार हो रहे हैं. श्री सोनोवाल के मुताबिक, ब्रह्मपुत्र में पहले से ही गुवाहाटी डिब्रूगढ़ रूट पर 14 क्रूज चल रहे हैं. इनकी उत्कृष्ट सेवा को दुनिया देख रही है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब नये शिप भी ब्रह्मपुत्र में उतर जायेंगे, तो इससे असम में नदी पर्यटन एक नयी ऊंचाई पर जा पहुंचेगा. इससे घरेलू और विदेशी पर्यटकों में नदी पर्यटन के प्रति आकर्षण बढ़ेगा. केंद्रीय मंत्री श्री सोनोवाल ने कहा कि इस नये कदम से असम के नदी पर्यटन में एक नये युग की शुरुआत होगी. उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए ब्रह्मपुत्र सिर्फ एक नदी नहीं है. यह हमारी लाइफलाइन है.’ उनके अनुसार, आधुनिक क्रूज वेसल्स, टर्मिनल और जेट्टी आदि में निवेश बढ़ाते हुए असम में विश्व स्तरीय रिवर टूरिज्म की संभावनाओं की स्पष्ट तस्वीर दुनिया के सामने प्रस्तुत करने की कोशिश की जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

