संवाददाता, कोलकाता.
पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) का खुल कर समर्थन किया था. उन्होंने कांग्रेस की बजाय अरविंद केजरीवाल को समर्थन देने की बात कही थी और तृणमूल सांसदों ने तो आप के लिए दिल्ली विधानसभा में चुनाव प्रचार भी किया था, लेकिन शनिवार को चुनाव परिणाम आने के बाद तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. पूरे देश में हर एक चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ तत्काल बयान जारी करने वाली ममता बनर्जी दिल्ली चुनाव परिणाम के बाद चुप रहीं. तृणमूल सुप्रीमो की चुप्पी पर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विपक्षी एकता के लिए एक झटका हो सकता है, खासकर जब कई विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट बने रहने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि ममता बनर्जी की यह खामोशी उनकी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हो सकती है, जिसमें वह फिलहाल स्थिति का आकलन कर रही हैं.
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