मोबाइल पर आये ओटीपी नंबर को मांग रहे थे शातिर
संवाददाता, बैरकपुर.
बैरकपुर नगरपालिका के दो नंबर वार्ड के तृणमूल पार्षद साइबर ठगी का शिकार होते-होते बच गये. थोड़ी सतर्कता और चालाकी की वजह से वह जालसाजों के जाल से निकल गये. जानकारी के मुताबिक, बैरकपुर के दो नंबर वार्ड के तृणमूल पार्षद सम्राट तपादार ने मंगलवार को बताया कि उनके मोबाइल पर अचानक एक ओटीपी आया था. उन्होंने सोचा कि बिना कुछ किये ही उनके मोबाइल पर कैसे ओटीपी आया. इस पर उन्हें संदेह हुआ. फिर थोड़ी ही देर में उनके व्हाट्सऐप पर एक अज्ञात नंबर से मैसेज भेज कर किसी ने अनुरोध किया कि गलती से उनके मोबाइल में ओटीपी गया है, उसे शेयर कर दें. पार्षद को तुरंत जालसाजी का संदेह हुआ. इसके बाद ही उन्होंने तुरंत बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के साइबर विभाग को इसकी सूचना दी. फिर उन्हें पता चला कि वह जालसाज है, जो साइबर फ्रॉड करने के लिए उनसे ओटीपी मांग रहा था.
तृणमूल पार्षद ने इस घटना को लेकर प्रेस को बताया कि हर व्यक्ति अगर थोड़ा सा जागरूक रहे, तो जालसाजी के शिकार होने से बच जायेगा. लोगों को इसके लिए थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है. साइबर ठगी करनेवाले गिरोह के लोग ठगी के लिए विभिन्न नये हथकंडे अपना रहे है, ऐसे में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक रहने की जरूरत है.
इधर पार्षद ने घटना को लेकर शिकायत दर्ज करायी है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. जांच में पता चला है कि दिल्ली से जालसाज गिरोह के किसी ने इस ठगी को अंजाम देने की कोशिश की थी. पुलिस उक्त गिरोह का पता लगा रही है.
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