अगर दल को लगता है कि मैं अब सामान्य कार्यकर्ता के तौर पर काम करूंगा, तो मैं ऐसा ही करूंगा
संवाददाता, कोलकाताभाजपा में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गयी हैं. हाल ही में प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष मिला है और गुरुवार को साइंस सिटी में उनके स्वागत समारोह में घोष को आमंत्रित नहीं किया गया था. हालांकि, शमिक भट्टाचार्य ने दावा किया कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से घोष को बुलाया था. शुक्रवार सुबह इको पार्क में सैर के दौरान दिलीप घोष ने एक सवाल के जवाब में कहा : पार्टी मेरा राजनीतिक भविष्य तय करेगी. यह भगवान की किताब में लिखा है. उन्होंने जोर देकर कहा कि वे खुद नहीं आए, बल्कि पार्टी ने उन्हें राजनीति में लाया और उन्हें जगह दी. पार्टी ने मुझे प्रदेश अध्यक्ष, विधायक, सांसद, राष्ट्रीय नेता बनाया. मैंने खुद से कुछ नहीं मांगा. पार्टी ने मुझे कार दी, सुरक्षा दी. मैंने खुद इनमें से कुछ नहीं मांगा. घोष ने आगे कहा : अगर पार्टी चाहेगी, तो मैं एक सामान्य कार्यकर्ता के तौर पर काम करूंगा. अगर मुझे बुलाया जायेगा, तो मैं जाऊंगा. अगर मुझे नहीं बुलाया जायेगा, तो मैं नहीं जाऊंगा. हमेशा से मुखर रहे दिलीप घोष के अगले कदम को लेकर अटकलों पर उन्होंने हंसते हुए कहा : कल्पना करने में पैसे नहीं लगते. बहुत से लोग ऐसा कर रहे हैं. कल्पना करने की तारीख 21 तारीख तक दी गयी है. तारीख पर तारीख. कुछ न कुछ बाजार में है. दिलीप घोष बाजार में हैं.ॉउन्होंने कुणाल और अरूप का जिक्र करते हुए कहा : मैं कुणाल और अरूप को लंबे समय से जानता हूं. वे अब भी जानते हैं. उनका कहना था कि कल जो दुश्मन थे, आज वे दोस्त हैं और अगले दिन वे फिर से दुश्मन बन जायेंगे, हम ऐसा नहीं सोचते. जो लोग ऐसा करते हैं, उनकी अपनी समस्याएं हैं. दिलीप घोष को ऐसी कोई समस्या नहीं है.
जगन्नाथ मंदिर जाने के सवाल पर घोष ने स्पष्ट किया : मैं किसी का प्रतिनिधित्व करने के लिए जगन्नाथ मंदिर नहीं गया था. उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव ने उन्हें एक पत्र दिया था और वे एक सम्मानित नागरिक के नाते गये थे. उन्होंने यह भी जोड़ा : यह एक सरकारी परियोजना है, लेकिन मुझे लगता है कि उस मंदिर को बनाने में मेरे भी कर के पैसे लगे हैं. यह किसी की पैतृक संपत्ति नहीं है.नये प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के अभिनंदन समारोह का नहीं मिला था आमंत्रण : दिलीप घोष
हल्दिया. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष का कहना है कि उन्हें भगवा दल के निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष के अभिनंदन समारोह का आमंत्रण नहीं मिला था, इसलिए वह उसमें शामिल नहीं हुए. गुरुवार को पूर्व मेदिनीपुर के कांकटिया बाजार में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की स्मृति सभा में शामिल हुए थे. पत्रकारों ने जब उनसे भाजपा के निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष के अभिनंदन समारोह में उनकी अनुपस्थिति को लेकर पूछा, तब उन्होंने कहा कि “मैं भाजपा का एक आम कार्यकर्ता हूं. मैं वहीं जाता हूं, जहां पार्टी नेतृत्व मुझे जाने को कहता है. मुझे आमंत्रण नहीं मिला, इसलिए वहां नहीं गये.”डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

